Cyclone Yaas: 'यास' ने धरा विकराल रूप, शाह ने की समीक्षा बैठक, अभी तक के 10 बड़े अपडेट
नई दिल्ली, 24 मई। चक्रवाती तूफान 'यास' ने विकराल रूप धारण कर लिया है। IMD भुवनेश्वर के वरिष्ठ वैज्ञानिक उमाशंकर दास ने कहा कि 25 मई को तूफान पाराद्वीप और सागर द्वीप को छू सकता है इसलिए हम ने पाराद्वीप और धामरा के लिए अलर्ट जारी किया है।
Recommended Video
जानिए अब तक के 10 बड़े अपडेट्स
- IMD भुवनेश्वर के वरिष्ठ वैज्ञानिक उमाशंकर दास ने कहा कि साइक्लोन 25 मई तक बहुत तीव्र तूफान में बदल सकता है।
- पाराद्वीप और धामरा के लिए चेतावनी जारी की गई है।
- लैंडफॉल प्रक्रिया के दौरान जगतसिंहपुर, केंद्रपाड़ा, भद्रक और बालेस्वर में हवा की गति 150-160 किलोमीटर प्रति घंट रहेगी।
- उमाशंकर दास ने कहा कि लैंडफॉल के दौरान हवा की गति जगतसिंहपुर, केंद्रपाड़ा, भद्रक और बालेस्वर में 150-160 किलोमीटर प्रति घंटा रह सकती है।
यह पढ़ें: Cyclone Yaas Live : ओडिशा-बंगाल के मुख्यमंत्रियों के साथ शाह ने की बैठक
अमित शाह ने वीडियो कांफ्रेंसिंग बैठक की
- ओडिशा, आंध्र प्रदेश, पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्रियों और अंडमान-निकोबार द्वीप समूह के उपराज्यपाल के साथ होम मिनिस्टर अमित शाह ने वीडियो कांफ्रेंसिंग बैठक की।
- भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा भी ओडिशा, आंध्र प्रदेश, पश्चिम बंगाल के सांसदों के साथ बैठक करने वाले हैं।
- ओडिशा, आंध्र प्रदेश, पश्चिम बंगाल में भारी बारिश का अलर्ट जारी।
धूल भरी आंधी
- दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, चंडीगढ़ में धूल भरी आंधी चलने की आशंका है। धूल भरी आंधी की रफ्तार 25 से 30 किमी प्रतिघंटा हो सकती है।
- यूपी के 27 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी।
'चक्रवात' किसे कहते हैं
मालूम हो कि दरअसल लो एयर प्रेशर की वजह से वायुमंडल में व्याप्त गर्म हवा तेज आंधी में तब्दील हो जाती है, जिसे कि 'चक्रवात' कहा जाता है। ये काफी भयंकर होते हैं। ये जब आते हैं तो काफी बारिश होती है और तेज हवाएं चलती हैं।
क्यों आ रहे हैं साइक्लोन?
हालांकि उसने ओडिशा-बंगाल को अभी से ही अलर्ट पर रहने को कहा है। इससे पहले आईएमडी ने कहा था कि इस वक्त सारी परिस्थितियां बंगाल की खाड़ी और अरब सागर में चक्रवात के अनुकूल हैं और इसी वजह से तूफान आ रहे हैं। बंगाल की खाड़ी के ऊपर समुद्र की सतह का तापमान लगभग 31 डिग्री सेल्सियस है और लगातार जलवायु परिवर्तन और समुद्र के बढ़ते ताप के कारण इस तरह के साइक्लोन आ रहे हैं।