Bihar Election Results: किले में तब्दील हुए मतगणना केंद्र, सोशल डिस्टेंसिंग के लिए किए गए ये इंतजाम
नई दिल्ली। बिहार विधानसभा चुनाव की मतगणना को लेकर देशभर में चर्चा तेज हो गई है। कल यानी मंगलवार को बिहार की राजनीतिक दलों की किस्मत का फैसला होगा। वोटों की गिनती को लेकर राज्यभर में सुरक्षा सख्त कर दी गई है। सभी मतगणना सेंटरों पर बड़ी संख्या में सुरक्षाबलों और सीसीटीवी कैमरों से कवर किया गया है। वहीं, कोरोना वायरस संकट को देखते हुए सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने के लिए सेंटरों की संख्या बढ़ाई गई है। बिहार के मुख्य चुनाव आयुक्त एचआर श्रीनिवास ने सोमवार को इस बात की जानकारी दी।
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एचआर श्रीनिवास ने बताया कि मंगलवार को मतगणना के दौरान किसी अप्रिय घटना से बचने के लिए तीन घेरे की सुरक्षा व्यवस्था की गई है। सीएएफपी की कुल 19 कंपनी काउंटिंग सेंटर पर मौजूद हैं, वहीं मतगणना के दौरान शांति और विधि व्यवस्था बनाए रखने के लिए 59 कंपनी तैनात की गई हैं। श्रीनिवास ने आगे बताया इसके साथ ही केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों की एक टीम मतगणना केंद्रों के भीतरी हिस्से में तैनात रहेगी जिससे किसी भी गैर कानूनी गतिविधि को काबू किया जा सके। वहीं, जिला सशस्त्र पुलिस बाहरी लेयर में तैनात है।
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इस बीच कोरोना वायरस महामारी का ध्यान रखते हुए भी एहतियात बरती गई है। सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने के लिए काउंटिंग सेंटरों की संख्या को बढ़ाया गया है। बिहार के मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा, 'इस साल हमारे पास 38 की सामान्य संख्या की तुलना में 55 मतगणना स्टेशन हैं, जो राज्य में जिलों की संख्या से मेल खाती है। यह कदम सोशल डिस्टेंसिंग को बनाए रखने के लिए उठाया गया है। उन्होंने बताया कि राज्य के सभी 38 जिलों में 55 मतगणना केंद्र, 414 हॉल बनाए गए हैं। पूर्वी चंपारण के चार जिलों (जिसमें 12 विधानसभा क्षेत्र हैं), गया (10 निर्वाचन क्षेत्र), सीवान (आठ निर्वाचन क्षेत्र) और बेगूसराय (सात) में अधिकतम तीन मतगणना केंद्र स्थापित किए गए हैं। बाकी जिलों में या तो एक या दो मतगणना केंद्र हैं।