बिहार चुनाव के रिजल्ट से पहले सड़कों पर तेजस्वी यादव को शुभकामनाएं देते पोस्टर लगे, समर्थकों ने बांटी मिठाइयां
पटना। बिहार विधानसभा चुनाव 2020 के परिणाम कल आएंगे। ज्यादातर एग्जिट पोल के विश्लेषणों में एनडीए यह चुनाव हारती दिख रही है। वहीं, लालू यादव की पार्टी राजद (राष्ट्रीय जनता दल) के अगुवाई वाला महागठबंधन सत्ता में लौट रहा है। महागठबंधन की ओर से मुख्यमंत्री पद के दावेदार तेजस्वी यादव हैं, जो कि लालू यादव के छोटे बेटे हैं। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि, सूबे के लोग उन्हें ही ज्यादा पसंद करते हैं। बहरहाल, बिहार की राजधानी पटना की सड़कों पर तेजस्वी यादव को शुभकामनाएं देते पोस्टर नजर आ रहे हैं।
Recommended Video
लालू के छोटे बेटे को शुभकामनाएं दी गईं
राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव के ये पोस्टर बिहार के स्थानीय नेताओं द्वारा लगवाए गए हैं। जिनमें उन्हें जन्मदिन की शुभकामनाएं दी गई हैं और उन पर लिखा है- बिहार में होने वाले प्रथम युवा मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को उनके जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं। यानी तेजस्वी समर्थकों ने मान लिया है कि सूबे के नए मुख्यमंत्री अब तो वही हैं। इस तरह के पोस्टर सर्किल पर भी लगे हैं। आज न्यूज एजेंसी द्वारा बताया गया कि, तेजस्वी यादव के समर्थकों ने आज उनके जन्मदिन के अवसर पर उनके आवास के बाहर जश्न मनाया। उन लोगों ने जमकर नारे लगाए। गिफ्ट लेकर आए और मिठाई भी बांटी।
समर्थक गिफ्ट लेकर आए और मिठाई बांटी
एक व्यक्ति ने बताया कि, बिहार में राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव के जन्मदिन का जश्न आज पटना की सड़कों पर कई जगह देखा जा सकता है। इसके अलावा उन्हें जन्मदिन की शुभकामनाएं देते पोस्टर लगे दिख रहे हैं। तेजस्वी समर्थकों की मानें तो वोटरों ने इस बार नीतीश कुमार की अगुवाई वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन से ज्यादा भरोसा महागठबंधन के प्रत्याशियों पर है। उधर, बिहार के चुनाव परिणाम को लेकर आए तमाम एग्जिट पोल के विश्लेषणों से भी ऐसी ही बातें सामने आ रही हैं।
..तो तेजस्वी ही होंगे मुख्यमंत्री?
एग्जिट पोल्स जारी करने वाले चैनल में एक 'इंडिया टुडे एक्सिस माइ इंडिया' भी है, जिसका एग्जिट पोल, जिसने पिछले कुछ चुनावों से लगातार परिणामों के बेहद करीब भविष्यवाणी करके लोगों में अपना एक मजबूत भरोसा कायम किया है। इस एग्जिट पोल की मानें तो अगर नीतीश कुमार को 15 साल बाद पटना के 1, अणे मार्ग से बाहर होना पड़ा तो उसमें लॉकडाउन के दौरान भारी संकट से गुजरे उन 30 लाख से ज्यादा प्रवासी मजदूरों और कामगारों के दुख-दर्द का भी बड़ा रोल हो सकता है, जो देश के तमाम बड़े शहरों को छोड़कर गिरते-पड़ते अपने गांव लौटने को मजबूर हुए थे। इंडिया टुडे एक्सिस माइ इंडिया के एग्जिट पोल के मुताबिक, प्रवासियों ने तेजस्वी यादव के महागठबंधन पर नीतीश कुमार की अगुवाई वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन से ज्यादा भरोसा किया है। सरकार, राजद की बनती दिख रही है।