हवा से कोरोना वायरस फैलने को लेकर डरने की जरूरत नहीं, डॉक्टर ने बताया कैसे रखें खुद का ध्यान
हवा से कोरोना वायरस फैलने को लेकर डरने की जरूरत नहीं, डॉक्टर ने बताया कैसे रखें खुद का ध्यान
नई दिल्ली, 18 अप्रैल: कोरोना वायरस की दूसरी लहर पूरे दुनियाभर में लोगों को अपना शिकार बना रही है। ऐसे में कोरोना वायरस की दूसरी लहर कैसे इतनी तेजी से फैल रही है, इसको लेकर कई रिसर्च सामने आए हैं। हाल ही में मेडिकल जर्नल 'द लैंसेट' ने अपनी स्टडी में बताया है कि हवा के जरिए भी कोरोना वायरस फैल रहा है। उन्होंने अपनी स्टडी में बताया है कि कैसे हवा में कोरोना वायरस फैल रहा है। इश बात लोगों के मन में डर है। अब इस पूरे मामले पर मैरीलैंड स्कूल ऑफ मेडिसिन के डॉ. फहीम यूनुस ने कहा है कि हवा से कोरोना वायरस फैलने को लेकर डरने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि 'द लैंसेट' की स्टडी से घबराने की कोई बात नहीं है। डॉ. फहीम ने कहा, ''ये हमें पता है कि कोरोना बूंदों से लेकर हवा तक फैलता है। हवा से कोरोना वायरस फैलने का ये मतलब बिल्कुल नहीं है कि हवा ही संक्रमित है। इससे मतलब ये है कि हवा में वायरस काफी वक्त तक बना रह सकता है।''
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मैरीलैंड स्कूल ऑफ मेडिसिन के डॉ. फहीम यूनुस ने कहा है कि ये बात सच है कि कोरोना का वायरस हवा में बना रह सकता है, घरों और इमारतों के अंदर भी इससे खतरा है। इसलिए आप लोगों को अपना बचाव करने के लिए हमेशा मास्क पहनने की जरूरत है।
डॉ. फहीम यूनुस ने सलाह दी है कि कपड़ों के मास्क पहनना बंद कर दीजिए। कपड़े की जगह आप लोगों को अब N95 या KN95 पहनना चाहिए। एक मास्क का इस्तेमाल आप 24 घंटे तक कीजिए। इस्तेमाल करने के बाद आप मास्क को एक पेपर बैग में रख दें। जिसके बाद आप दूसरा मास्क पूरे दिन पहने और इस मास्क को भी पेपर बैग में रख दीजिए। पहले वाले रखे हुए मास्क का दोबारा आप इस्तेमाल कर सकते हैं। इस तरह मास्क की अदल-बदल की जा सकती है। अगर आपके मास्क सही हैं तो उन्हें आप इस प्रक्रिया के साथ हफ्ते भर इस्तेमाल कर सकते हैं।