Lockdown: पीएम नरेंद्र मोदी ने बताया कोरोना वायरस महामारी के बीच उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता क्या है?
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को देश की जनता को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने बताया कि लॉकडाउन को तीन मई तक बढ़ाया जा रहा है। 19 मार्च को पीएम मोदी ने कोरोना महामारी के दौरान पहली बार जनता को संबोधित किया था। इस दौरान उन्होंने कहा था कि आने वाले दिनों में लड़ाई में और मजबूती से सामने आना होगा। इसी दौरान उन्होंने 22 मार्च को जनता कर्फ्यू का ऐलान किया। इसके बाद 24 मार्च को दूसरी बार उन्होंने देश को संबोधित किया और तीन हफ्तों के लॉकडाउन की घोषणा की। यह अवधि आज खत्म हो रही थी।
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जो रोज कमाते हैं, उनकी मुश्किलों को कम करना
पीएम मोदी ने इस दौरान अपनी सर्वोच्च प्राथमिकता के बारे में भी बताया है। पीएम मोदी ने कहा, 'जो रोज कमाते हैं, रोज की कमाई से अपनी जरूरतें पूरी करते हैं, वो मेरा परिवार हैं। मेरी सर्वोच्च प्राथमिकताओं में एक, इनके जीवन में आई मुश्किल को कम करना है।' पीएम मोदी ने कहा कि जिस तरह से 21 दिनों के लॉकडाउन के दौरान देश की जनता ने अनुशासित सिपाही की तरह भूमिका निभाई है, वह प्रशंसनीय है।
किसी को नौकरी से न निकालने की अपील
पीएम मोदी के शब्दों में, 'राज्य सरकारों के साथ हुई मेरी वार्ता और कुछ और लोगों से हुई बातचीत में एक ही बात सामने आ रही थी कि हमें लॉकडाउन को बढ़ाना चाहिए।' पीएम मोदी ने अपने संबोधन में देशवासियों से एक और अहम अपील की। उन्होंने कहा, ' देश के कोरोना योद्धाओं, हमारे डॉक्टर- नर्सेस, सफाई कर्मी-पुलिसकर्मी का पूरा सम्मान करें।' इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अपने उद्योग में अपने साथ काम करे लोगों के प्रति संवेदना रखें, किसी को नौकरी से न निकाला जाए।
WHO ने की है भारत के लॉकडाउन की तारीफ
पिछले दिनों भारत में जारी लॉकडाउन पर विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लूएचओ) के डॉक्टर डेविड नाबारो ने अपनी प्रतिक्रिया दी थी। डॉक्टर डेविड को इस महामारी के लिए खास दूत नियुक्त किया गया है। उन्होंने कहा था कि भारत की तरफ से जल्दी लॉकडाउन पर फैसला लिया गया है। उन्होंने भारत के इस फैसले को एक साहसिक फैसला करार दिया है।डॉक्टर नाबारो ने कहा कि जब भारत में कुछ ही केस रिपोर्ट हुए तो उसी समय देश में एक दूरदर्शी फैसला लिया गया। इस फैसले ने देश को मौका दिया कि वह इस बीमारी का सामना कर सके।
'लॉकडाउन खत्म करना जल्दबाजी'
डब्लूएचओ ने इसके साथ ही चेताया है कि अभी लॉकडाउन खत्म करना जल्दबाजी होगा। डब्लूएचओ के चीफ टेडरॉस एडहॉनम ग्रेबेसियस ने कहा कि संगठन सबसे पहले पांबदियो को खत्म होते देखना चाहता है। साथ ही यह नहीं भूलना चाहिए कि जल्दी में कोई भी कदम उठाना फिर से जानलेवा को वापस बुला सकता है। उनका कहना है कि अगर ठीक से मैनेज नहीं किया गया तो फिर खतरा बढ़ सकता है।