आर्टिकल 370 हटाने के फैसले पर बोले कैप्टन अमरिंदर सिंह- जम्मू-कश्मीर का पुर्नगठन असंवैधानिक
नई दिल्ली। राज्यसभा में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने का संकल्प पेश किया। राष्ट्रपति के हस्ताक्षर के बाद अब यह कानून राज्य से हट गया है और जम्मू-कश्मीर राज्य को मिला विशेष राज्य का दर्जा खत्म हो चुका है। इसके साथ ही जम्मू कश्मीर को विधानसभा वाले केन्द्र शासित प्रदेश का दर्जा मिल गया है, वहीं लद्दाख भी जम्मू-कश्मीर से अलग होकर बिना विधानसभा वाला केंद्र शासित प्रदेश बन गया है। इस फैसले का कांग्रेस जमकर विरोध कर रही है, पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने इसे असंवैधानिक और अलोकतांत्रिक फैसला करार दिया।
जम्मू-कश्मीर का पुर्नगठन असंवैधानिक- कैप्टन अमरिंदर
पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार इस मामले को संसद में ला सकती थी। इस पर एक अच्छी चर्चा हो सकती थी, दोनों सदन में दो तिहाई बहुमत होता तो आप संविधान में बदलाव कर सकते थे, इसके बाद आप चाहते तो धारा 370 और 35 A को हटा सकते थे। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि ऐसे फैसले इस तरह से नहीं लिए जाने चाहिए थे, ये संविधान की भावनाओं के खिलाफ है।
कई विपक्षी दलों ने किया विरोध
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि इसका मतलब ये है कि केंद्र सरकार किसी भी राज्य को केवल राष्ट्रपति शासन लगाकर पुनर्गठित कर सकती है। इस फैसले से पहले किसी से विचार विमर्श नहीं किया गया। इसके पहले, जम्मू-कश्मीर से धारा 370 और 35ए हटाए जाने पर विपक्षी दलों ने केंद्र सरकार की कड़ी आलोचना करते हुए इसे बेहद नुकसान पहुंचाने वाले कदम बताया।
शाह ने पेश किया राज्यसभा में आर्टिकल 370 हटाने का प्रस्ताव
कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि जम्मू-कश्मीर बॉर्डर का सूबा है। तहजीब के तौर पर, भौगौलिक और राजनीतिक तौर पर वो काफी अलग है। आर्टिकल 370 ने सूबे को देश के साथ बांधा हुआ था। सत्ता के नशे में पूरी तरह से मस्त भाजपा ने इसे बदल दिया। भाजपा ने देश का सिर काटा है, राजनीतिक दलों को आज जम्मू कश्मीर के साथ खड़े होना चाहिए। ससंद परिसर में कांग्रेस सांसद गुलाम नबी आजाद ने पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम, लेफ्ट के टीके रंगराजन और टीएमसी सांसद डेरेक ओब्रायन के साथ मीडिया से बात करते हुए कहा कि एक बड़ी गलती भाजपा ने की है, उसने देश का सिर काट दिया है।