इस स्कूल के 16 छात्रों ने किया बिहार 10वीं बोर्ड में टॉप, जानिए क्या है यहां खास
बिहार बोर्ड की 10वीं कक्षाओं का परिणाम जारी हो गया है। इस बार बिहार बोर्ड का रिजल्ट पिछले दो सालों के मुकाबले काफी बेहतर रहा है। इस साल प्रदेश में 10वीं कक्षा में कुल 68.89 प्रतिशत बच्चे पास हुए हैं और सबसे खास बात ये है कि बिहार के टॉप 23 टॉपर्स में से 16 एक ही स्कूल के हैं।
पटना। बिहार बोर्ड की 10वीं कक्षाओं का परिणाम जारी हो गया है। इस बार बिहार बोर्ड का रिजल्ट पिछले दो सालों के मुकाबले काफी बेहतर रहा है। इस साल प्रदेश में 10वीं कक्षा में कुल 68.89 प्रतिशत बच्चे पास हुए हैं और सबसे खास बात ये है कि बिहार के टॉप 23 टॉपर्स में से 16 एक ही स्कूल के हैं। बिहार में जमुई सिमुलतला आवासीय विद्यालय की प्रेरणा राज ने 457 अंकों के साथ टॉप किया है। टॉप 3 स्थानों के साथ-साथ टॉप 23 में से 16 बच्चे इसी स्कुल से ताल्लुक रखते हैं। इस स्कूल में क्या है ऐसा खास, जानिए-
नीतिश कुमार ने किया था उद्घाटन
बिहार के सिमुलतला आवासीय विद्यालय के छात्रों ने 10वीं कक्षा में शानदार प्रदर्शन किया है। इस स्कूल के कुल 16 बच्चों ने टॉप 23 में अपनी जगह बनाई है और ऐसा कोई पहली बार नहीं हुआ है। इससे पहले भी ये स्कूल बिहार को टॉपर्स देता रहा है। सिमुलतला आवासीय विद्यालय की स्थापना 9 अगस्त 2010 में हुई थी। इसे बिहार के मुख्यमंत्री नीतिश कुमार का महत्वकांक्षी प्रोजेक्ट भी कहा जाता है।
स्कूल ने हर साल दिए हैं टॉपर्स
साल 2000 में झारखंड के अलग होने से बिहार के सभी नामी स्कूल झारखंड में चले गए थे। इसलिए प्रदेश में छात्रों को शिक्षा की बेहतर सुविधाएं देने के लिए एक अच्छे स्कूल के निर्माण का फैसला लिया गया। साल 2009 में मुख्यमंत्री नीतिश कुमार की पहल पर इस स्कूल का निर्माण शुरू किया गया। 9 अगस्त 2010 को नीतिश कुमार ने स्वंय स्कूल का उद्घाटन किया। उसके बाद से ही प्रदेश में इस स्कूल का दबदबा है। इससे पहले साल 2015 में इस स्कूल का प्रदर्शन काबिले-तारीफ था। 2015 में प्रदेश के टॉप 31 टॉपर्स में से 30 टॉपर्स इसी स्कूल के थे।
इस तरह होता है छात्रों का एडमिशन
इसके अलावा साल 2013 में हुए इंटरनेशनल मैथ्सल ओलंपियाड में भी इस स्कूल के छात्रों का बोलबाला था। बिहार के जमुई में स्थित इस स्कूल में एडमिशन भी इतनी आसानी से नहीं होता है। इस स्कूल में छात्रों का एडमिशन कक्षा 6 से 12वीं तक के लिए होता है। इसके लिए हर साल इंटर-स्टेट कॉम्पटिटिव एग्जाम का आयोजन होता है जिसके जरिये 60 छात्र और 60 छात्राओं का छठीं कक्षा के लिए चयन होता है।
गुरुओं के साथ आश्रम में रहते हैं छात्र
सिमुलतला आवासीय विद्यालय को गुरुकुल शिक्षा प्रणाली के आधार पर बनाया गया है। यहां छात्र-छात्राएं गुरु और गुरुमाता के साथ आश्रम में रहते हैं और उनका दिन सुबह 4:30 बजे ही शुरू हो जाता है। इसके बाद स्कूल में पढ़ाई शुरू होती है और शाम के वक्त छात्रों को सेल्फ स्टडी का वक्त दिया जाता है। बच्चों की फिटनेस को ध्यान में रखते हुए उन्हें योगा और बाकी खेलों के लिए भी प्रेरित किया जाता है।
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