शीतकालीन सत्र पर संग्राम: रविशंकर ने पूछा- राहुल गांधी कितने समय संसद में रहते हैं?
नई दिल्ली। केंद्र सरकार की ओर से अभी तक शीतकालीन सत्र की तारिख ना तय किए जाने पर विपक्ष खास तौर से कांग्रेस के हमलावर होने के बाद भारतीय जनता पार्टी ने जवाब दिया है। पार्टी नेता और कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने दिल्ली में एक प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि संसद की गरिमा के प्रति कांग्रेस के बढ़ते प्रेम को देखकर आश्चर्य हो रहा है, हम कांग्रेस पार्टी से जानना चाहते हैं कि राहुल गांधी कितने समय संसद में रहते हैं। उन्होंने कहा कि जब कभी भी नोटबदी पर संसद में बहस होती थी और जब हमारे तथ्य कांग्रेस पार्टी को असहज कर देते थे तब वो संसद से बाहर चले जाते थे। रविशंकर ने कहा कि कांग्रेस पार्टी सर्जिकल स्ट्राइक, नोटबंदी और GST पर चर्चा से भागी है। रविशंकर प्रसाद ने कहा कि पीएम श्री नरेन्द्र मोदी जी एक नवीन और उदयमान इंडिया के क्रिएटर हैं, जहां ईमानदारी से शासन चलता है, जहां पूंजी निवेश होता है और जहां भारत की अंतर्राष्ट्रीय प्रतिष्ठा को एक नई उर्जा मिलती है।
रविशंकर प्रसाद ने कहा कि कांग्रेस के राज में भी शीतकालीन सत्र देरी से हुआ है। उन्होंने कहा कि विपक्ष के आरोप बेबुनियाद हैं। दूसरी ओर मिली जानकारी के अनुसार दिसंबर में शीतकालीन सत्र हो सकता है।
गौरतलब है कि सोमवार को सोनिया गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा था कि पीएम मोदी ने अपने अंहकार के लिए लोकतंत्र के मंदिर में ताला लगा दिया है। सोनिया ने कहा था कि पीएम अपने अहंकार के चलते गरीबों का भविष्य नष्ट करने पर उतारु हैं। सरकार की ओर से शीतकालीन सत्र बुलाए जाने में की जा रही देरी पर भी सोनिया, सरकार पर बरसीं थीं।
उन्होंने
कहा
था
कि
केंद्र
सरकार
गुजरात
में
चुनाव
के
चलते
संसद
का
सामना
करने
से
डर
रही
है
लेकिन
यह
केवल
बहाना
है।
सोनिया
ने
कहा
था
कि
अगर
सरकार
यह
सोचती
है
कि
संसद
के
सत्र
ना
बुलाकर
वो
जवाब
देही
से
बच
जाएगी
तो
वो
गलत
सोच
रहे
हैं।
कांग्रेस
अध्यक्ष
ने
जीएसटी
और
नोटबंदी
को
गरीबों
का
भविष्य
बर्बाद
करने
वाला
कदम
बताया।
कांग्रेस
अध्यक्ष
ने
कहा
था
कि
शीतकालीन
सत्र
ना
बुलाकर
मोदी
ने
संसदीय
लोकतंत्र
में
अंधेरा
ला
दिया।