जहां-जहां नरेन्द्र मोदी ने की रैली वहां-वहां हारी भाजपा
पटना (मुकुंद सिंह)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार विधानसभा चुनाव की घोषणा के बाद जहाँ-जहाँ रैली की वहां-वहां भारतीय जनता पार्टी हार गई। प्रधानमंत्री ने बिहार में कुल 30 रैलियां की थीं, लेकिन रैलियों में जुटी भीड़ वोट में नहीं बदल सकी। चुनाव की तारीखों के एलान के बाद नरेन्द्र मोदी ने जिन 26 शहरों में प्रचार किया था, उनमें से 12 सीटों पर भाजपा हार गई।
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पहले दौर की 6 सभाओं की बात करें तो बेगूसराय और समस्तीपुर जैसे बडे़ जिलों में पार्टी साफ हो गई है। वहीं मुंगेर, बांका और नवादा जिलों में मिलाकर सिर्फ 4 सीटें हासिल हुई हैं। इस दौर में पीएम ने 5 सभाएं की थी। 2 जगह पार्टी जीती और 3 जगह हार गई है। दूसरे दौर के चुनाव प्रचार की शुरुआत पीएम ने 9 अक्टूबर को औरंगाबाद से की थी। उस दिन पीएम औरंगाबाद और सासाराम गए थे। औरंगाबाद में बीजेपी का खाता भी नहीं खुला है। बाकी तीनों सहयोगियों के खाते में एक-एक सीट गर्इ है। यानी 6 में से बीजेपी खुद एक सीट भी नहीं जीत पार्इ है। औरंगाबाद की सीट पर बीजेपी के रामाधार सिंह विधायक हुआ करते थे, लेकिन इस बार नीतीश और लालू की लहर का कहर उनपर भी टूटा है।
- पीएम ने 2 अक्टूबर को बांका से चुनाव प्रचार की शुरुआत की थी। बांका की 5 में से 4 महागठबंधन के खाते में चली गईं।
- पीएम ने एक ही दिन में 4 चुनावी सभाएं की थीं। 8 अक्टूबर को मुंगेर की सभा में प्रधानमंत्री ने शैतान वाले बयान को लेकर लालू पर हमला बोला था। यहां की 3 में से मात्र 1 सीट मिली।
- 8 अक्टूबर को ही बेगूसराय, समस्तीपुर और नवादा में सभाएं की थीं। इन तीनों जिलों की 22 में से एक भी सीट पर भाजपा नहीं जीती।
सासाराम की बात करें तो इस जिले में बीजेपी एक सीट और आरएलएसपी एक सीट मिली है, जबकि इस जिले के दिग्गज नेता रामेश्वर चौरसिया भी हार गए हैं। जिले की 7 में से 5 सीटें महागठबंधन को मिली हैं। इसके बाद पीएम ने कैमूर और जहानाबाद में रैली की थी। कैमूर जिले की 4 में से 2 सीटें बीजेपी, एक जेडीयू और एक बीएसपी के खाते में गर्इ है। जिस भभुआ में पीएम की सभा हुई थी वहां की सीट जेडीयू के खाते में गर्इ है। जहानाबाद की सभी तीन सीटें महागठबंधन में आैर मखदूमपुर सीट से जीतन राम मांझी हार गए हैं।
इस दौर में पीएम ने 4 सभाएं की और चारों जगह की सीट पार्टी हार गई।28 अक्टूबर को तीसरे दौर की वोटिंग हुई थी। 25 तारीख को पीएम ने 4 सभाएं की. छपरा के मढौरा में उस दिन पीएम ने पहली सभा की थी। मढौरा बीजेपी हार गई है आैर हाजीपुर शहर की सीट बीजेपी जीत गर्इ है। पीएम ने यहां सभा की थी। इसके अलावा पटना में पीएम ने रैली की थी वहां पार्टी जीत गर्इ है। नालंदा के बिहारशरीफ में भी पीएम ने सभा की थी। यहां की 7 में 6 सीटें अभी बीजेपी हार गर्इ है।
बक्सर और सीवान ने किया रिजेक्ट
26 अक्टूबर को पीएम ने बक्सर और सीवान में सभा की थी। बक्सर में सिर्फ एक बक्सर की सीट बीजेपी जीत सकी है। जिले की बाकी 3 सीटें महागठबंधन के खाते में गर्इ है।
इस दौर में पीएम मोदी ने कुल 5 सभाएं की। 4 सीटों पर पार्टी जीती है एक पर हार हुई है।चौथे दौर के चुनाव प्रचार की शुरुआत पीएम ने सीवान से की थी। सीवान शहरी सीट को छोड़कर बीजेपी जिले की तमाम सीटें हार गर्इ है। सीवान में कुल 8 सीटें हैं। 27 अक्टूबर को प्रधानमंत्री ने बेतिया, सीतामढ़ी और मोतिहारी में सभा की थी। बेतिया शहर में 15 साल से बीजेपी का कब्जा था, लेकिन यहां से बीजेपी हार गर्इ है। सीतामढ़ी सीट पर 2003 से बीजेपी का कब्जा है, लेकिन इस बार बीजेपी के सुनील पिंटू हार गए है।
मोतिहारी से बीजेपी के प्रमोद कुमार जीत गए हैं।30 अक्टूबर को गोपालगंज और मुजफ्फरपुर में पीएम की रैली थी। गोपालगंज की सीट बीजेपी जीत गर्इ है। मुजफ्फरपुर में भी बीजेपी को जीत मिली है, लेकिन इन जिलों में एनडीए का प्रदर्शन काफी खराब रहा। कुल मिलाकर चौथे दौर में 6 जगहों पर सभाएं की। इनमें से 4 सीटें पार्टी जीत सकी है।
पांचवें दौर के चुनाव के लिए पीएम ने 1 नवंबर को 3 और 2 नवंबर को भी 3 सभाएं की थी। मधुबनी, मधेपुरा, कटिहार में 1 नवंबर को सभा थी। कटिहार छोड़ दोनों जगह बीजेपी हार गई है। 2 नवंबर को दरभंगा, पूर्णिया और फारबिसगंज में पीएम ने 3 सभाएं की थी। इन तीनों शहरों में बीजेपी जीत गर्इ है। यानी पांचवें दौर में पीएम ने जो 6 सभाएं की थी उनमें से 2 जगह बीजेपी हारी है।