बायोलॉजिकल ई सितंबर या अक्टूबर में सबमिट करेगी कोरबेवैक्स के ट्रायल के नतीजे, सशर्त मंजूरी की संभावना
नई दिल्ली, सितंबर 14। हैदराबाद स्थित बायोलॉजिकल ई कंपनी एक कोरोना वैक्सीन पर पिछले काफी महीनों से काम कर रही है। इस कंपनी की वैक्सीन का नाम कोरबेवैक्स है। कंपनी ने वैक्सीन के फेज 1 और फेज 2 के ट्रायल को पूरा कर लिया है और फेज 3 का ट्रायल जारी है। इस बीच खबर है कि फेज 1 और फेज 2 के ट्रायल के डेटा को कंपनी सितंबर के अंत में या फिर अक्टूबर के शुरुआत में प्राधिकरण को सबमिट कर सकती है। वहीं इस वैक्सीन के फेज 3 के ट्रायल के नतीजे आने में अभी 7 महीने का और वक्त लग सकता है।
फेज 1 और फेज 2 के ट्रायल के नतीजों पर मिल सकती है मंजूरी
न्यूज 18 की खबर के मुताबिक, कोरबेवैक्स वैक्सीन को फेज 1 और फेज 2 के ट्रायल के नतीजों के आधार पर आपात इस्तेमाल की मंजूरी दी जा सकती है। कुछ इसी तरह भारत बायोटेक की कोवैक्सीन को भारत में आपात इस्तेमाल की मंजूरी दी गई थी। कोवैक्सीन के भी थर्ड फेज के ट्रायल के नतीजे बाद में आए थे। आपको बता दें कि कोरबेवैक्स वैक्सीन तीसरी मेड इन इंडिया वैक्सीन होगी। इससे पहले भारत बायोटेक की कोवैक्सीन और जायडस कैडिला के ZyCoV-D स्वदेशी टीके को मंजूरी मिल चुकी है।
दो वरिष्ठ अधिकारियों के मुताबिक, कंपनी को अपनी प्रभावकारिता के अंतरिम विश्लेषण को पूरा करने के बाद फेज 1 और फेज 2 के ट्रायल का डेटा पेश करने के लिए कहा गया है। कंपनी एक बार डेटा की पुष्टि करके इसे विशेषज्ञ समिति (एसईसी) और ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (डीसीजीआई) को सबमिट करेगी। अधिकारियों ने कहा कि सितंबर या अक्टूबर तक हमें डेटा मिलने की उम्मीद है।
एक अन्य अधिकारी ने कहा है कि अभी तक ट्रायल के दौरान टीका पूरी तरह से सुरक्षित पाया गया है। हमें इसकी प्रभावकारिता को समझने की जरूरत है। जबकि वैक्सीन के निर्माण के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला प्लेटफॉर्म अत्यधिक प्रभावी है और पिछले कई दशकों से कई टीकों में इस्तेमाल किया जा रहा है, अंतिम मंजूरी मिलने से पहले नियत प्रक्रिया का पालन किया जाएगा।