
PFI पर प्रतिबंध लगाने का बरेलवी मुसलमानों ने किया आह्वान, सरकार की कार्रवाई का किया समर्थन
नई दिल्ली, 24 सितंबर: पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) पर प्रतिबंध लगाने का बरेलवी उलेमा ने आह्वान किया है। ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रज़वी बरेलवी ने कहा, 'छापे से यह स्पष्ट हो गया है कि इस्लामी कट्टरपंथी संगठन "देश भर के विभिन्न राज्यों में सांप्रदायिक दंगों में शामिल रहा है।" दरअसल, गुरुवार को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एएनआई) ने पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के ठिकानों पर छापेमारी की कार्रवाई की। इस कार्रवाई के दौरान कई लोगों को गिरफ्तार भी किया है।

ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रज़वी बरेलवी ने कहा, 'मैं सभी सुन्नी, सूफी और बरेलवी मुसलमानों से इस संगठन के साथ कोई संबंध नहीं रखने का आग्रह करता हूं।' इस दौरान बरेलवी संप्रदाय ने केंद्र सरकार से देश की एकता और अखंडता की रक्षा के लिए ऐसे संगठनों पर तत्काल प्रतिबंध लगाने की मांग की। उन्होंने ने पूरे भारत में आतंकी गतिविधियों पर नकेल कसने के लिए सरकार द्वारा की गई कार्रवाई का समर्थन किया।
शहाबुद्दीन रज़वी बरेलवी ने कहा कि ऐसे संगठनों पर प्रतिबंध लगाना महत्वपूर्ण है। उन्होंने आगे कहा कि भारत सरकार द्वारा की गई कार्रवाइयों को उनका "पूर्ण समर्थन" है। आपको बता दें कि एनआईए द्वारा 15 राज्यों में पीएफआई-एसडीपीआई नेटवर्क पर एक साथ छापेमारी के बाद कई पीएफआई नेताओं को गिरफ्तार किया गया था। जिसके बाद उनका यह बयान आया है। पीएफआई अध्यक्ष ओएमएस सलाम सहित कुल 106 लोगों को एनआईए, अर्धसैनिक बलों के 86 प्लाटून, खुफिया एजेंसियों और राज्य पुलिस के बीच समन्वय के साथ बड़े पैमाने पर अभ्यास में रखा गया था।
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केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में संबंधित प्रवर्तन और सुरक्षा प्रमुखों के साथ एक बैठक के बाद छापेमारी की गई, जिसमें एकत्र किए गए सबूतों की समीक्षा की गई और भविष्य की कार्रवाई पर विचार किया गया। सरकार संगठन की स्थिति पर एक कड़ा फैसला ले सकती है क्योंकि पूर्ण प्रतिबंध के लिए कोलाहल बढ़ता है। पीएफआई खुद को एक सामाजिक-धार्मिक संगठन कह सकता है, लेकिन इस्लामी समूह का बड़ा उद्देश्य इस्लामिक स्टेट से अलग नहीं है।