Election Commissioner: पंजाब कैडर के अधिकारी रह चुके Arun Goel बने नए चुनाव आयुक्त , जानिए उनके बारे में
Arun Goel (नए चुनाव आयुक्त): 1985 बैच के पंजाब कैडर के अधिकारी रह चुके अरुण गोयल ने सोमवार को नए चुनाव आयुक्त का पदभार ग्रहण कर लिया है। अरुण गोयल अब मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार और चुनाव आयुक्त अनूप चंद्र पांडेय के साथ निर्वाचन आयोग का हिस्सा बन गए हैं। एक दिन पहले ही सरकार की ओर से इस बारे में जानकारी दी गई थी। आपको बता दें कि गोयल ने सुशील चंद्र की जगह ली है जो कि इस साल के मई महीने में मुख्य चुनाव आयुक्त के पद से सेवानिवृत्त हुए थे।
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आपको बता दें कि कुशाग्र बुद्धि के मालिक लेकिन स्वच्छ छवि वाले अरुण गोयल मूल रूप से पटियाला के ही रहने वाले हैं। बचपन से ही काफी मेहनती गोयल के पिता पंजाबी यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर थे। बचपन से ही काफी मेधावी रहे गोयल शुरू से ही आईएएस अफसर बनना चाहते थे। वो मोदी कॉलेज पटियाला के बीए टॉपर भी रहे हैं।
आईएएस बनने के बाद उनकी पहली पोस्टिंग खरड़ (पंजाब) में SDM के रूप में हुई थी। वो लुधियाना में डिप्टी कमिश्नर भी रहे हैं और लंबे वक्त तक उन्होंने हाउसिंग और सिंचाई विभाग में अपनी सेवा दी है।
रिटायरमेंट से चालीस दिन पहले दिया इस्तीफा
इसके बाद वो कई सालों सेज PMO में अहम रोल निभार रहे थे। बीते शुक्रवार को ही अपने रिटायरमेंट से चालीस दिन पहले अपने पद से इस्तीफा दिया था। उन्हें 31 दिसंबर, 2022 को रिटायर होना था। उनके इस्तीफे के बाद से ही कयास लग रहे थे कि उन्हें कोई बड़ी जिम्मेदारी मिल सकती है और शनिवार को वो सारे कयास तब सही निकते जब केंद्र सरकार की ओर से उन्हें नया चुनाव आयुक्त बनाने की जानकारी दी गई।
खास बात ये है कि गोयल ने चुनाव आयुक्त का पदभार गुजरात विधानसभा चुनाव से एक महीने पहले ही संभाला है। गौरतलब है कि गुजरात में दो चरणों में चुनाव होना है। पहली वोटिंग 1 दिसंबर को दूसरी वोटिंग 5 दिसंबर को होगी तो वहीं चुनावी नतीजे 8 दिसंबर को आएंगे।
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गौरतलब है कि भारत में स्वतंत्र एवं निष्पक्ष रूप से चुनाव कराने का सारा दारोमदार मुख्य चुनाव आयुक्त पर होता है जो कि चुनाव आयोग यानी Election Commission का प्रमुख होता है। मुख्य चुनाव आयुक्त की नियुक्ति भारत का राष्ट्रपति करता है, जिसका कार्यकाल 6 वर्ष का होता है और इनकी सैलरी भारत के सर्वोच्च न्यायलय के न्यायधीश के बराबर होती है।