
सगाई के बाद दिव्यांग हो गई मंगेतर, दूल्हे ने गोदी में उठाकर लिए सात फेरे, जीता दिल

इन दिनों शादियों का सीजन चल रहा है। इसी बीच एक अनोखी और प्रेरणादायी शादी की जमकर चर्चा हो रही है। जिसमें परिवार वालों की आपत्ति के बावजूद दूल्हे ने अपनी दिव्यांग मंगेतर को विवाह किया। इतना ही नहीं विवाह के दौरान सभी मेहमानों के सामने गोद में उठाया और उसके साथ सात फेरे लिए क्योंकि छह महीने पहले ही अहमदाबाद के रहने वो महावीर सिंह की मंगेतर का एक्सीडेंट हो गया था जिसके कारण उसके शरीर का निचला हिस्सा लकवाग्रस्त हो गया है।

शादी की तारीख तय कर दी थी
बता दें अहमदाबाद के रहने वाले महावीर सिंह ने तीन साल पहले गुजरात के पाटन में रीनलाबा से सगाई की थी। जोड़े की सगाई के बाद दोनों परिवार एक दूसरे के काफी करीब आ गए और जल्द ही महावीर और रीनलाबा की शादी की तारीख तय की।

सगाई के बाद हुए हादसे में मंगेतर हो गई थी दिव्यांग
हालांकि सगाई के बाद दोस्तों के साथ खेलते समय पेड़ से गिरकर रीनलाबा को रीढ़ की हड्डी में गंभीर चोटें आई जिसके कारण अपने शरीर के निचले हिस्से को हिला नहीं पा रही थी। जल्द ही, रीनलाबा के माता-पिता उसकी शादी को लेकर चिंतित थे क्योंकि उन्हें डर था कि बेटी के दिव्यांग होने के बाद महावीर के माता-पिता शादी तोड़ देंगे।

परिवार ने शादी करने से इनकार कर दिया था, लेकिन...
वैसा ही हुआ परिवार ने शादी को रद्द करने का फैसला किया। हालांकि, 31 अक्टूबर को अपने जन्मदिन पर महावीर ने अपने प्यार का इजहार किया और कहा कि वह उससे शादी करना चाहते हैं, चाहे कुछ भी हो।

दुल्हन को गोद में उठाकर मंडल में ले गए
1 दिसंबर को महावीर के परिवार की आपत्तियों के बावजूद महावीर ने अहमदाबाद में रीनलाबा के साथ शादी के बंधन में बंध गए। हिंदू रीति-रिवाज से हुए विवाह के पारंपरिक समारोह, महावीर अपनी दुल्हन को गोद में उठाकर मंडल में ले गए, क्योंकि वो चलने में असमर्थ थी, और उसके साथ सात फेरे लेकर जीवन भर साथ निभाने की कसमें खाईं।
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