धर्म के चलते कानूनी कटघरे में पहुंचे तेलंगाना के CM केसीआर, कोर्ट में अर्जी
आंध्र प्रदेश के तिरुमाला मंदिर में परिवार समेत पहुंचे केसीआर मे पांच करोड़ कीमत के सोने के गहने चढ़ाए थे। इस दौरान उनके परिवार के बाकी लोग और बेटे केटी रामा राव भी साथ थे।
हैदराबाद। तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने शुक्रवार को एक मंदिर में करीब 70000 रुपये कीमत की सोने की मूछें चढ़ाई हैं। इनका वजह करीब 20 ग्राम है। लगातार अपनी धार्मिक मान्यताओं के लिए जनता का पैसा बहा रहे केसीआर के खिलाफ हैदराबाद में समाजिक कार्यकर्ताओं ने मोर्चा खोल दिया है और इस मामले को कोर्ट तक पहुंचा दिया है। कोर्ट से केसीआर के खिलाफ सख्त कदम उठाने की अपील की गई है।
मन्नतें
पूरी
करने
के
लिए
सरकारी
खजाने
से
लिया
पैसा
मंगलवार
को
आंध्र
प्रदेश
के
तिरुमाला
मंदिर
में
परिवार
समेत
पहुंचे
केसीआर
मे
पांच
करोड़
कीमत
के
सोने
के
गहने
चढ़ाए
थे।
इस
दौरान
उनके
परिवार
के
बाकी
लोग
और
बेटे
केटी
रामा
राव
भी
साथ
थे।
वे
निजी
प्लेन
से
मंदिर
गए
थे।
इस
दौरान
उन्होंने
15
किलो
का
सोने
का
हार
मंदिर
में
चढ़ाया
था।
केसीआर
ने
दावा
किया
कि
जब
तेलंगाना
को
लेकर
आंदोलन
चल
रहा
था
तब
उन्होंने
यह
मन्नत
मांगी
थी
कि
अगर
तेलंगाना
अलग
राज्य
बना
और
वह
मुख्यमंत्री
पद
पर
पहुंचे
तो
यह
चढ़ावा
चढ़ाएंगे।
हालांकि
आलोचकों
का
कहना
है
कि
अगर
केसीआर
अपनी
मन्नतें
पूरी
करना
चाहते
हैं
तो
उसके
लिए
अपने
पैसों
का
इस्तेमाल
करें।
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'मुख्यमंत्री
से
वसूलें
पाई-पाई'
मुख्यमंत्री
को
कोर्ट
में
खींचने
वाले
डॉ.
लुबना
सर्वाथ
ने
कहा,
'केसीआर
ने
जो
भी
खर्च
किया
है
वह
सब
तत्काल
वसूल
किया
जाए।
अपनी
निजी
चीजों
के
लिए
उन्होंने
सरकारी
पैसे
को
पानी
की
तरह
बहाया
है।
अपने
मंत्रियों,
परिवार
और
रिश्तेदारों
पर
खर्च
किया
जाने
वाला
पैसा
मुख्यमंत्री
को
अपने
अकाउंट
से
देना
चाहिए
न
कि
सरकारी
खजाने
से।'।
बीते
साल
अक्टूबर
में
केसीआर
ने
वारंगल
में
भद्रकाली
को
3.5
करोड़
रुपये
कीमत
का
मुकुट
चढ़ाया
था।
इसका
वजन
12
किलो
था।
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असंतोष
कांग्रेस
नेता
वी.
हनुमंत
राव
ने
कहा,
'गरीबों
और
टैक्स
देने
वालों
के
पैसे
को
आप
अपनी
धार्मिक
मान्यताओं
में
कैसे
खर्च
कर
सकते
हैं?
भगवान
भी
ये
स्वीकार
नहीं
करेगा।'
तेलंगाना
में
केसीआर
के
खिलाफ
युवाओं
में
असंतोष
बढ़
रहा
है।
लोगों
का
आरोप
है
कि
वह
मुख्यमंत्री
के
तौर
पर
विफल
रहे
हैं
और
युवाओं
को
नौकरी
दे
पाने
में
नाकाम
हैं।