Himachal Pradesh: कांग्रेस टिकट के दावेदार पहुंचे दिल्ली, स्क्रीनिंग कमेटी प्रत्याशियों के नाम करेंगी तय
Himachal Pradesh Election: कांग्रेस (congress) आलाकमान आज हिमाचल प्रदेश में आने वाले चुनावों के लिए स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक में अपने प्रत्याशियों को लेकर मंथन करेगा। कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक में भाग लेने के लिए प्रदेश के तमाम बड़े नेता और टिकट के दावेदार दिल्ली में पहुंच चुके हैं। कांग्रेस पार्टी हिमाचल चुनावों में उदयपुर संकल्प के प्रस्तावों को अपनाने को लेकर दुविधा में है। यही वजह है कि लगातार बैठकों के बावजूद पार्टी में प्रत्याशी घोषित करने में देरी हो रही है। 68 में से 39 नामों पर सहमति बन चुकी है। अगर आज सहमति बन जाती हैं, तो उसके बाद केंद्रीय चुनाव समिति किसी भी समय टिकटों की घोषणा कर सकती है।
दिल्ली में होने जा रही कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक को लेकर पार्टी के तमाम बड़े नेता दिल्ली में डेरा डाले है। वहीं, टिकट के दावेदार भी दिल्ली पहुंच चुके हैं। जिसके चलते हिमाचल भवन से लेकर कांग्रेस दफ्तर के बाहर एकाएक राजनीतिक सरगर्मियां बढ़ गई हैं। कांग्रेस पार्टी सत्ता में वापसी के लिए कोशिशों में जुटी है। लेकिन सबको साथ लेकर चलना भी आसान नहीं है। पार्टी अध्यक्षा प्रतिभा सिंह, नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री और चुनाव प्रचार समिति के अध्यक्ष सुखविन्दर सिंह सुक्खू अपने अपने समर्थकों की पैरवी कर रहे हैं।
दिल्ली में आज दीपा दासमुंशी की अध्यक्षता में हिमाचल कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक लंबित 29 सीटों के लिए उम्मीदवारों को अंतिम रूप दिया जायेगा। अगर आज सहमति बनी तो स्क्रीनिंग कमेटी सिंगल नामों का पैनल बनाकर केंद्रीय चुनाव समिति के पास भेजेगी। पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी की अध्यक्षता वाली केंद्रीय चुनाव समिति ने 20 मौजूदा विधायकों सहित 39 नामों को पहले ही मंजूरी दी है और 29 सीटों को लंबित रखा था। लेकिन अब उदयपुर संकल्प के प्रस्तावों को लेकर पेच फंस गया है। आशंका जताई जा रही है कि अगर उदयपुर संकल्प पर पार्टी जोर देती है, तो पार्टी को बगावत का सामना करना पड सकता है। हालांकि, प्रियंका गांधी जो इस बार प्रदेश के चुनावों में पूरा दखल रख रही हैं, उन्होंने कुछ चुनाव क्षेत्रों में टिकट तय करने के मामले को होल्ड पर रखवा दिया था। इन चुनाव क्षेत्रों में पार्टी ने दोबारा सर्वे कराया है। उस सर्वे रिर्पोट पर भी आज चरचा होने की संभावना है।
हिमाचल प्रदेश में वर्तमान में कांग्रेस के 20 विधायक हैं। इनमें हरोली से मुकेश अग्निहोत्री, नादौन से सुखविंद्र सिंह सुक्खू, नयनादेवी से रामलाल ठाकुर, सोलन से धनीराम शांडिल, डलहौजी से आशा कुमारी, सुजानपुर से राजेंद्र राणा, बड़सर से इंद्र दत्त लखनपाल, पालमपुर से आशीष बुटेल, किन्नौर से जगत सिंह नेगी, कुल्लू से सुंदर सिंह ठाकुर, कसुम्पटी से अनिरुद्ध सिंह, शिमला ग्रामीण से विक्रमादित्य सिंह, जुब्बल कोटखाई से रोहित ठाकुर, अर्की से संजय अवस्थी, रामपुर से नंदलाल, रोहड़ू से मोहनलाल ब्राक्टा, फतेहपुर से भवानी सिंह पठानिया, रेणुका से विनय कुमार, शिलाई से हर्षवर्धन चौहान और ऊना सदर से सतपाल सिंह रायजादा हैं। मौजूदा विधायकों का टिकट तय हो गया है और उन्हें दोबारा चुनाव में उतारा जा रहा है।
वहीं, पूर्व प्रदेश अध्यक्षों में द्रंग से कौल सिंह ठाकुर और चिंतपूर्णी से कुलदीप कुमार को भी प्रत्याशी बनाने का कमेटी ने फैसला लिया है। इनके अलावा जिला कांगड़ा के ज्वाली से पूर्व सांसद चंद्र कुमार, नूरपुर से पूर्व विधायक अजय महाजन, कसौली से विनोद सुल्तानपुरी, बल्ह से प्रकाश चौधरी, दून से रामकुमार चौधरी और नालागढ़ से हरदीप बावा पर भी सहमति बन गई है। लाहौल-स्पीति से रवि ठाकुर, सराज से चेतराम, जसवां परागपुर से सुरेंद्र मनकोटिया, गगरेट से राकेश कालिया, भटियात से कुलदीप पठानिया, सुंदरनगर से सोहन लाल और कांगड़ा से सुरेंद्र काकू को टिकट देने पर भी स्क्रीनिंग कमेटी में सहमति बन गई है। इनके मामले में आज की बैठक में कोई चरचा नहीं होगी।
इस बीच, कांग्रेस पार्टी प्रचार समिति अध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि पार्टी की ज्यादातर टिकट तय हो चुकी हैं। महज घोषणा की औपचारिकता बची हुई है। हाईकमान ने इन सभी प्रत्याशियों को फोन पर सूचना दे दी है। टिकट तय होने के बाद संबंधित प्रत्याशी फील्ड में काम कर रहे हैं। माना जा रहा है कि आज की बैठक के बाद पार्टी अपने प्रत्याशी घोषित कर देगी। हिमाचल प्रदेश में 68 विधानसभा क्षेत्र हैं और सरकार बनाने के लिए 35 सीटें जीतने की जरूरत रहती है। प्रदेश में लोकसभा की कुल चार सीटें हैं और प्रत्येक लोकसभा में 17-17 विधानसभा सीटें हैं। प्रदेश में 17 विधानसभा सीटें अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हैं। वहीं तीन विधानसभा क्षेत्र अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित हैं। राज्य में 48 विधानसभा सीटों पर सामान्य वर्ग से कोई भी चुनाव लड़ सकता है।