सीएम खट्टर ने सरस्वती नदी का पुनरुद्धार करने वाली परियोजना को दी मंजूरी, 894 करोड़ रुपए होंगे खर्च
चंडीगढ़। हरियाणा की मनोहर लाल खट्टर सरकार ने सरस्वती नदी के पुनरुद्धार की परियोजना को मंजूरी दे दी है। इस परियोजना के तहत आदि बद्री में सरस्वती बांध, सरस्वती बैराज और सरस्वती जलाशय का निर्माण किया जाएगा। इस परियोजना पर सरकार 894 करोड़ रुपए खर्च करेगी। आपको बता दें कि इस परियोजना के पूरा होने पर लगभग 894 हेक्टेयर मीटर बाढ़ का पानी सरस्वती जलाशय में मोड़ा जा सकेगा। केंद्रीय जल आयोग डैम की डिजाइनिंग का काम कर रहा है। आदिबद्री में 800 करोड़ की लागत से सरकार बैराज और सरस्वती सरोवर का निर्माण करेगी।
कैनथल सप्लाई चैनल मारकंडा नदी और सरस्वती नदी को आपस मे जोड़ेगा। मनोहर लाल खट्टर ने मंगलवार को यमुनानगर के आदिबद्री में चल रहे अंतरराष्ट्रीय सरस्वती महोत्सव-2021 में आयोजित वेबिनार में दी। मुख्यमंत्री सरस्वती नदी नए परिप्रेक्ष्य और विरासत विकास विषय पर वेबिनार से जुड़े। विद्या भारती संस्कृति संस्थान और हरियाणा सरस्वती हैरिटेज विकास बोर्ड ने वेबिनार का आयोजन किया।
सरस्वती विरासत को पुनर्जीवित करेगी ये परियोजना
मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि सरस्वती नदी का पुनरुद्धार प्राचीन सरस्वती विरासत को पुनर्जीवित करेगा। इससे सबसे पुरानी सरस्वती नदी सभ्यता दुनिया के सामने आएगी। सरस्वती नदी में गिरने वाले सभी 23 छोटे चैनलों व नालों को सरस्वती नदी का नाम दिया गया है। सरस्वती नदी में जल के बारहमासी प्रवाह से भूजल स्तर का पुनर्भरण होगा, क्योंकि हरियाणा का अधिकांश क्षेत्र डार्क जोन में बदल गया है। सरस्वती नदी के साथ सोम और घग्गर को परस्पर जोड़ने का कार्य चल रहा है। इससे बाढ़ नियंत्रण, सिंचाई में सुधार व भूजल रिचार्जिंग का लाभ मिलेगा।
इस परियोजना से होने वाले लाभ
आदिबद्री से सिरसा तक कुरुक्षेत्र, पिहोवा, हिसार, राखीगढ़ी, फतेहाबाद और सिरसा में राष्ट्रीय स्तर के पर्यटन सर्किट के विकास से तीर्थाटन के नए अवसर सृजित होंगे। रोजगार और व्यापार बढ़ेगा, सरस्वती नदी के साथ रिवर फ्रंट डेवलपमेंट से मूलभूत सुविधाओं में सुधार होगा।