कोरोना वैक्सीन में गाय का खून, सूअर की चर्बी होने की अफवाह, हरियाणा में टीकाकरण अभियान पर पड़ रहा फर्क
गुरुग्राम। देश में इस समय कोरोना वायरस का दूसरा चरण चल रहा है। एक तरफ सरकार टीकाकरण अभियान को रफ्तार देने की बात कर रही है तो वहीं इसे अफवाहों का भी सामना करना पड़ रहा है। हरियाणा के कई हिस्सों से ऐसी खबरें आई हैं, जहां लोगों ने कोरोना वैक्सीन बनाने में गाय का खून और सुअर की चर्बी का इस्तेमाल होने की बात कहते हुए टीका लगवाने से इनकार किया है।
हरियाणा के पलवल जिले में करीब 60 स्थानीय लोगों ने एक चिट्ठी प्रशासन को लिखी है। जिसमें उन्होंने कहा है कि वैक्सीन में गाय का खून और मांस का इस्तेमाल हुआ है, ऐसे में वो वैक्सीन नहीं लेना चाहते हैं। वहीं नूह जिले में सूअर की चर्बी के इस्तेमाल की बात लोग कह रहे हैं। डॉक्टरों के इसको बेबुनियाद बताने के बावजूद कुछ जगहों पर टीकाकरण अभियान पर फर्क भी पड़ा है। बता दें कि हिन्दुओं में ज्यादातर लोग गाय के खून या मांस का किसी भी तरह से इस्तेमाल पाप मानते हैं। वहीं सूअर को मुसलमानों में एक अपवित्र जानवर की तरह देखा जाता है और वो उसे छूने से भी बचते हैं।
बता दें कि देश में इस समय कोरोना टीकाकरण का दूसरा चरण चल रहा है। इसमें 60 साल से ऊपर के बुजुर्गों और 45 साल से ऊपर के उन लोगों को टीका लग रहा है, जिन्हें बीमारी के चलते संक्रमण का खतरा ज्यादा है। देश में 16 जनवरी से टीकाकरण शुरू हुआ था। इसमें एक मार्च तक हेल्थ वर्कर्स और फ्रंटलाइन वर्कर्स को प्राथमिकता पर पहले टीका लगाया गया। अब एक मार्च से 60 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को टीका दिया जा रहा है। गुरुवार को केंद्र सरकार की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक देश में अब तक 2.5 करोड़ से ज्यादा लोगों को वैक्सीन लगाई जा चुकी है।
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