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अर्धकुंभ 2016 में अपनों से बिछड़ी थी कृष्णा देवी, पांच साल बाद महाकुंभ में मिली

अर्धकुंभ 2016 में अपनों से बिछड़ी थी कृष्णा देवी, पांच साल बाद महाकुंभ में मिली

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हरिद्वार। कुंभ मेले के दौरान बिछड़ने और फिर मिलने वाली बॉलिवुड की फिल्मे तो आपने काफी देखी होंगी। लेकिन इस बार यह फिल्मी कहानी असल में सच साबित हो गई। यहां अर्धकुंभ 2016 में कृष्णा देवी नाम की एक महिला अपने परिजनों से बिछड़ गई थी। लेकिन 7 अप्रैल महाकुंभ 2021 के दौरान ही महिला अपने परिजनों से मिली। महिला को उसके परिवार वालों से उत्तराखंड पुलिस ने मिलवाया।

Krishna Devi lost in Ardh Kumbh in 2016 reunited with family in Haridwar Maha Kumbh

400 लापता लोगों को अपनों से मिलवाया
दरअसल, हरिद्वार जिले में 01 अप्रैल से महाकुंभ मेले की शुरूआत हो गई है। कुंभ मेले की शुरूआत के साथ ही पुलिस ने 'खोया पाया केंद्र' की भी स्थापना की है। बता दें कि 09 अप्रैल तक पुलिस ने 400 लापता लोगों को अपनों से मिलाने में मदद की है। लेकिन इस दौरान इस केंद्र ने एक आश्चर्यजनक घटना को अंजाम दिया है, जिसमें एक महिला जो अपनों से हरिद्वार में हुए अर्धकुंभ 2016 में बिछड़ गई थी, उसके परिजनों को उससे महाकुंभ 2021 में पुलिस ने मिलवाया है।

पुलिस ने चलाया था सत्यापन अभियान
बता दें कि कुंभ मेले की सुरक्षा के दृष्टिगत बाहरी एवं संदिग्ध व्यक्तियों के सत्यापन हेतु कुंभ मेला पुलिस के द्वारा ऋषिकेश, हरिद्वार क्षेत्र में सत्यापन अभियान जा रहा है। इस सत्यापन अभियान के दौरान जनवरी 2021 में त्रिवेणी घाट पर पुलिस को कृष्णा देवी नाम की एक महिला मिली। वह पांच साल से त्रिवेणी घाट पर रह रही थीं। कृष्णा देवी ने अपने को यूपी के सिद्धार्थ नगर का निवासी बताया। घर का पता भी बताया। महिला की बात सुनकर उत्तराखंड पुलिस ने वेरिफिकेशन के लिए कृष्णा देवी का फोटो और डिटेल्स सिद्धार्थ नगर पुलिस को भेजीं।

साल 2016 में बिछड़ी, 2021 में मिलीं
सिद्धार्थ नगर पुलिस ने मामले की जांच शुरू की और महिला के परिवारवालों से संपर्क किया। तो पता चला कि कृष्णा देवी 2016 में हरिद्वार के अर्धकुंभ में स्नान करने के लिए घर से निकली थीं। लेकिन वापस नहीं लौटीं। परिवारवालों ने हरिद्वार, अयोध्या, बनारस, इलाहाबाद में खोजा। अपने रिश्तेदारों के यहां भी पूछताछ की। अखबारों और टीवी पर भी गुमशुदगी का विज्ञापन दिया, लेकिन उनका कुछ पता नहीं चला। परिवार वालों की मानें तो उन्होंने थाना जोगिया उदयपुर जिला सिद्धार्थ नगर में कृष्णा देवी की गुमशुदगी दर्ज करवाई थी।

कृष्णा देवी परिजनों से मिलीं तो भर आईे आंखें
काफी खोजबीन करने पर एवं पुलिस द्वारा भी गुमशुदगी में कृष्णा देवी की तलाश न होने पर परिजन थक हार कर कृष्णा देवी के मिलने की आशा छोड़ चुके थे। लेकिन फिर वही हुआ, जो फिल्मों में होता है। थाना सिद्धार्थ नगर से वेरिफिकेशन रिपोर्ट आने के बाद कृष्णा देवी के बेटे दिनेश्वर पाठक से पुलिस ने संपर्क किया। बताया कि उनकी मां सही सलामत ऋषिकेश में रह रही हैं। खबर मिलते ही परिवार वाले हैरान रह गए। सभी की खुशी का ठिकाना न रहा। महिला के परिजन उन्हें लेने ऋषिकेश पहुंचे। पुलिस की मौजूदगी में जब कृष्णा देवी अपने परिजनों से मिलीं तो आंखें भर आईं। कृष्णा देवी ने परिवार को बताया कि परिवार से दूर रहने के दौरान उन्होंने हरिद्वार, अयोध्या, मथुरा, वृदावन, गंगोत्री, यमुनोत्री, बदरीनाथ, केदारनाथ आदि की यात्राएं भी कीं।

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English summary
Krishna Devi lost in Ardh Kumbh in 2016 reunited with family in Haridwar Maha Kumbh
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