उद्धव को एक और झटका, गुवाहाटी आकर एकनाथ शिंदे के खेमे में शामिल हुए शिवसेना के 3 और विधायक
गुवाहाटी। महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ शिवसेना अंतर्कलह से जूझ रही है। बागी एकनाथ शिंदे की ताकत से शिवसेना दो-फाड़ होने के कगार पर है। एकनाथ शिंदे खुद को असली शिवसैनिक बता रहे हैं और उद्धव ठाकरे पर बाला साहेब ठाकरे के रास्ते से भटकने के आरोप लगा रहे हैं। एकनाथ का कहना है कि, 'शिवसेना के अधिकतर विधायक हमारे साथ हैं।' उनका ये बयान काफी हद तक सच दिखाई पड़ रहा है।
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आज सुबह गुवाहाटी में शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले विधायकों के बागी समूह में शिवसेना के तीन और विधायक शामिल हो गए हैं, जिससे महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ महा विकास अघाड़ी सरकार में राजनीतिक अस्थिरता और बढ़ गई है। बताया जा रहा है कि, तीन विधायक गुवाहाटी के रैडिसन ब्लू होटल पहुंचे हैं, जहां अन्य विधायक उद्धव की अगुवाई वाले धड़े के खिलाफ एकत्रित हुए हैं।
न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक, बीती रात शिंदे के साथ गुवाहाटी में चार और विधायक शामिल हुए। इसके साथ ही पिछले 24 घंटे में सात और विधायक बागी गुट में शामिल हो गए हैं। इसके अलावा, शिवसेना विधायक दल द्वारा 34 विधायकों के हस्ताक्षर वाले एक प्रस्ताव पारित किया गया है कि बागी नेता एकनाथ शिंदे नेता बने रहेंगे, राज्य के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी को भेजा गया है।
इस बीच, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने बुधवार को अपने परिवार के सदस्यों के साथ अपने आधिकारिक आवास 'वर्षा' को छोड़ दिया, जब उन्होंने बागी विधायकों के मुंबई लौटने और ऐसी मांग करने पर पद छोड़ने की इच्छा व्यक्त की। राज्य में राजनीतिक अस्थिरता के बीच कल रात जब ठाकरे अपने आधिकारिक आवास 'वर्षा बंगले' से अपने परिवार के साथ निकले तो शिवसेना कार्यकर्ताओं और समर्थकों ने उनके समर्थन में पंखुड़ियों की बौछार की और नारेबाजी की।
राजनीतिक संकट के बाद, शिवसेना ने एकनाथ शिंदे को पार्टी के विधायक दल के नेता के पद से हटा दिया। हालांकि, बागियों ने पलटवार किया। कल एकनाथ शिंदे ने कहा, "सुनील प्रभु चीफ व्हिप नहीं हैं, बल्कि भारत गोगावाले को शिवसेना विधायक दल का चीफ व्हिप बना दिया गया है। इसलिए सुनील प्रभु द्वारा विधायक दल की बैठक के संबंध में जारी आदेश अवैध है।"
बागी एकनाथ शिंदे ने अब नियुक्त किया शिवसेना का नया व्हिप, पार्टी पर भी ठोका दावा
इससे
पहले,
ठाकरे
ने
फेसबुक
के
माध्यम
से
राज्य
के
लोगों
को
संबोधित
किया
और
कहा
कि
वह
पार्टी
विधायकों
को
अपना
इस्तीफा
देने
के
इच्छुक
हैं
जो
इसे
राजभवन
ले
जा
सकते
हैं।
ठाकरे
ने
कहा,
"अगर
कोई
विधायक
चाहता
है
कि
मैं
मुख्यमंत्री
नहीं
रहूं,
तो
मैं
अपना
सारा
सामान
वर्षा
बंगले
(सीएम
का
आधिकारिक
आवास)
से
मातोश्री
ले
जाने
के
लिए
तैयार
हूं।"
उन्होंने
कहा,
'मैं
विधायकों
को
अपना
इस्तीफा
देने
के
लिए
तैयार
हूं,
वे
यहां
आएं
और
मेरा
इस्तीफा
राजभवन
ले
जाएं।
मैं
शिवसेना
पार्टी
प्रमुख
का
पद
भी
छोड़ने
को
तैयार
हूं,
दूसरों
के
कहने
पर
नहीं
बल्कि
अपने
कार्यकर्ताओं
के
कहने
पर।'