कोरोना से 51 साल की महिला के फेफड़े 96% संक्रमित हो गए थे, ऑक्सीजन लेवल 70 था, फिर भी जीती जिंदगी की जंग
दाहोद। गुजरात में 51 वर्षीय एक महिला को कोरोना हुआ, जिससे उसके फेफड़े 96% संक्रमित हो गए थे। उसकी हालत काफी कमजोर हो गई। ऑक्सीजन लेवल भी गिरकर 70 पहुंच गया, लेकिन डॉक्टरों के बेतहर उपचार के चलते उसने जिंदगी की जंग जीत ही ली। उसकी पहचान रक्षाबेन सुथार (51) के तौर पर हुई है, जिसे पंचमहाल जिले के मुख्यालय गोधरा के सरकारी सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया था। तब उसका एचआरसीटी स्कोर 24 और ऑक्सीजन लेवल 70 था। सिविल अस्पताल में उसे तत्काल ऑक्सीजन सपोर्ट दिया गया।
फिजिशियन डॉ. ईशान मोदी ने बताया कि, रक्षाबेन सुथार (51) कोरोना की चपेट में आ गई थीं। उन्हें एचआरसीटी स्कोर-24 पर बीते 1 मई को यहां भर्ती कराया गया था। यहां उन्हें प्रति मिनट 15 लीटर ऑक्सीजन देना शुरू कर दिया गया। हालत गंभीर थी, लेकिन हम लगे रहे। उन्हें रेमेडसिविर, मानक एंटीबायोटिक्स, स्टेरॉयड जैसी दवाएं दी गईं। एक सप्ताह तक हालत स्थिर रहने के बाद उनके स्वास्थ्य में सुधार होना शुरू हुआ। इस सबके बीच ऑक्सीजन सपोर्ट के एसपीओ वीटू स्तर 94 तक पहुंच गया।
डॉ. मोदी ने कहा कि, उसके बाद सभी रिपोर्ट सामान्य आने के पश्चात् 18 वें दिन उन्हें छुट्टी दे दी गई। उन्होंने कहा कि, ऐसे दुर्लभ मामले जिनमें फेफड़े 90% या उससे अधिक संक्रमित हो जाएं... लोगों के बचने की उम्मीद कम रह जाती है, इसके बावजूद कई मरीजों ने कोरोना को मात दी है।"
वहीं, रक्षाबेन के पति दीपक भाई सुथार ने कहा कि, "शुरूआत में मेरी पत्नी को खांसी और कमजोरी के लक्षण दिखाई दिए थे। जिसके पश्चात यहां पर डॉक्टरों से जांच कराई। बाद में हालत बिगड़ती चली गई। पता चला कि फेफड़े 90% से ज्यादा संक्रमित हो गए थे। भगवान का शुक्रिया। यहां वे ठीक हुईं। डॉक्टरों का आभारी हूं।"