UP Board News: कमजोर छात्रों के लिए यूपी बोर्ड की खास पहल,इन तरीकों से पढ़ेगें छात्र
यूपी बोर्ड ने कमजोर छात्रों को पढ़ाने के लिए खास पहल की है। अब उपचारात्मक शिक्षा दी जाएगी। कक्षा नौ से 12 के कमजोर छात्रों की सूची तैयार कर विशेष पाठ्यक्रम की तैयारी की गयी है। कमजोर छात्रों अतिरिक्त कक्षाओं के माध्यम से
Gorakhpur News: यूपी बोर्ड ने कमजोर छात्रों को पढ़ाने के लिए खास पहल की है। अब उपचारात्मक शिक्षा दी जाएगी। कक्षा नौ से 12 के कमजोर छात्रों की सूची तैयार कर विशेष पाठ्यक्रम की तैयारी की गयी है। कमजोर छात्रों अतिरिक्त कक्षाओं के माध्यम से मेधावी बनाया जाएगा।
जानकारी के मुताबिक, जिले के 23 राजकीय स्कूलों में आठ हजार से अधिक कमजोर छात्र चिन्हित किए जाएंगे । यूपी बोर्ड में छात्रों के कम अंक को देखते हुए सरकार ने यह योजना बनाई है ताकि उन्हें टॉपरों की श्रेणी में लाया जा सके।
उपचारात्मक विधि के माध्यम से छात्रों की कमियों को दूर किया जाएगा। नौवीं से 12वीं तक की छात्रों की एक विशेष परीक्षा हो रही है। परीक्षा में सिर्फ वही सवाल पूछे जा रहे हैं जो पाठ्यक्रम में शामिल हैं। प्रश्नपत्र बोर्ड से ही छपकर आया है। इस परीक्षा में कम अंक पाने वाले छात्रों को प्राथमिकता दी जाएगी। कमजोर व तेज छात्रों की सूची तैयार कर डीआइओएस कार्यालय भेजी जा रही है। यह प्रक्रिया पूरी होने के बाद उनके लिए अलग से अतिरिक्त उपचारात्मक कक्षाएं संचालित की जाएगी।
जिन विषयों की उपचारात्मक कक्षाएं संचालित होंगी उनमें कक्षा नौवीं व 10वीं के विज्ञान, गणित, हिंदी, अंग्रेजी और सामाजिक विषय तथा इसी तरह 11वीं व 12 वीं के गणित, हिंदी, अंग्रेजी, रसायन विज्ञान, भौतिक विज्ञान और जीव विज्ञान विषय शामिल हैं।
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इन बिन्दुओं पर रहेगा विशेष ध्यान अध्ययन अवधि में विद्यार्थी की अनुपस्थिति
विद्यार्थी
अध्ययन
अवधि
में
बीमार
था
पढ़ाए
गए
पाठों
का
विद्यार्थी
को
प्रर्याप्त
बोध
नहीं
था
यादाश्त
कमजोर
होना
धीमी
गति
से
सीखना
आत्मविश्वास
की
कमी
नियम
को
समझाने
की
क्षमता
में
कमी
अध्यापक
का
विद्यार्थी
के
प्रति
व्यवहार
संबंधित
विषय
के
शिक्षक
का
उपलब्ध
ना
होना
क्या
कहते
हैं
अधिकारी
डीआइओएस
ज्ञानेंद्र
प्रताप
सिंह
भदौरिया
ने
बताया
कि
राजकीय विद्यालयों के कमजोर विद्यार्थियों को चिह्नित करने के लिए परीक्षा कराई जा रही है। जिले में आठ हजार कमजोर विद्यार्थियों को चिह्नित करने का काम किया जा रहा है।