क्या है रिजर्व बैंक का सेक्शन 7, उर्जित पटेल ने क्यों की इस्तीफे की बात?
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नई दिल्ली। रिजर्व बैंक और सरकार के बीच पनपा विवाद कम होने का नाम नहीं ले रहा है ऐसे में अब खबर आ रही है रिजर्व बैंक गवर्नर उर्जित पटेल इस्तीफा दे सकते हैं। ईटी नाउ के मुताबिक अगर सरकार रिजर्व बैंक का सेक्शन 7 लागू करती है तो उर्जित पटेल इस्तीफा दे सकते हैं। आपको बता दें कि सरकार लगातार आरोप लगा रही है कि इकोनॉमिस्ट के तौर पर रिजर्व बैंक का गवर्नर भारत के लिए ठीक से काम नहीं कर सकता है।
क्या है रिजर्व बैंक का सेक्शन 7
ईटी में छपी खबर के मुताबिक सरकार ने रिजर्व बैंक को पिछले दिनों कई पत्र भेजे हैं, ये पत्र सेक्शन 7 के अधिकार के तहत भेजे गए हैं। इसमें NBFC के लिए नकदी, कमजोर बैंकों के लिए पूंजी और एसएमई को लोन जैसे मुद्दे शामिल हैं।
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सरकार बनाम आरबीआई
सेक्शन 7 में कहा गया है कि सरकार रिजर्व बैंक के गवर्नर से बातचीत करने के बाद समय-समय पर जनता के हित में रिजर्व बैंक को आदेश दे सकती है, जबकि उर्जित पटेल ने कहा है कि सरकार आरबीआई के रिजर्व पर पर रेड न करे।
आरबीआई एक स्वतंत्र संस्था के तौर पर काम करती है
आपको बता दें कि आरबीआई एक स्वतंत्र संस्था के तौर पर काम करती है और उसका मुख्य काम महंगाई को नियंत्रित करने और बैंक नोट को जारी करना है, दरअसल स्वतंत्रता के बाद से अभी तक रिजर्व बैंक के सेक्शन 7 का प्रयोग हुआ नहीं है।
भारत सरकार को मिलेगा पॉवर
दरसअल आरबीआई एक्ट का सेशन 7 भारत सरकार को एक पॉवर देता है, जिसके अनुसार सरकार आरबीाआई गवर्नर को निर्देश दे सकती है और उसके काम में हस्तकक्षेप या विचार-विमर्श कर सकती है, ऐसा वो देश की जनता के लिए कर सकती है क्योंकि सरकार को जनता चुनती है। ये सेक्शन स्वतंत्रता के बाद अब तक उपयोग में नहीं किया गया है इसलिए ये कैसे काम करेगा इस पर किसी को जानकारी नहीं है, हालांकि दूसरे शब्दों में कहा जाए तो ये रिजर्व बैंक की स्वायत्तता पर सीधे सवाल खड़ा करता है।
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