प्रेरणा: स्कूल छोड़ने के 37 साल बाद मां ने पास की 10वीं की परीक्षा, बेटे का इमोशनल नोट हो रहा Viral
प्रेरणा: स्कूल छोड़ने के 37 साल बाद इस मां ने पास की 10वीं की परीक्षा, बेटे का इमोशनल नोट हो रहा Viral
मुंबई: कहते हैं कि पढ़ने-लिखने की कोई उम्र नहीं होती, लेकिन एक औरत के लिए परिवार और बच्चों की जिम्मेदारियों के बीच दोबारा से पढ़ाई शुरू करना उतना ही मुश्किल होता है। लेकिन ये बात भी उतना ही सत्य है कि अगर सच्चे मन से वो कुछ ठान लें तो उसे पूरा करके दिखाती है। महाराष्ट्र की कल्पना ने भी कुछ ऐसा ही कर दिया है। 16 साल की उम्र में परिवार की आर्थिक स्थिति के कारण उन्हें अपनी पढ़ाई छोड़नी पड़ी थी, लेकिन 37 साल बाद उन्होंने दोबारा से पढ़ाई शुरू की और 53 साल की उम्र में उन्होंने दसवीं की परीक्षा 79.60 फीसदी अंकों से साथ पास की।
बेटे और पति से छिपकर शुरू की पढ़ाई
कल्पना के बेटे प्रसाद जमभावे, जो एक निजी कंपनी में सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं, उन्होंने अपनी मां के लिए न केवल इमोशनल नोट लिखा बल्कि दुनिया को ये संदेश दिया है कि उनकी मां से साबित कर दिया कि सीखना एक नॉन स्टॉप प्रोसेस है। प्रसाद ने LinkedIn पर एक पोस्ट लिखा और अपनी मां के दसवीं के रिजल्ट की फोटो शेयर करते हुए खुशी जाहिर की। प्रसाद ने लिखा कि वो आज गर्व से भर गए हैं। उन्होंने बताया कि कैसे उनकी मां ने 37 सालों के अंतराल के बाद न केवल पढ़ाई शुरू की, बल्कि घरवालों से छिपकर दसवीं की परीक्षा दी और फर्स्ट डिवीजन से पास भी हुई हैं।
टहलने का बहाना कर जाती थी स्कूल
प्रसाद
ने
बताया
कि
घर
में
मां
के
साथ
छोटा
भाई
और
पिता
रहते
हैं।
एक
ही
छत
के
नीचे
सब
रहते
हैं,
लेकिन
उन
दोनों
को
मां
ने
भनक
तक
नहीं
लगने
दी।
टहलने
का
बहाना
कर
वो
नाइट
स्कूल
जाया
करती
थी।
दरअसल
उन्हें
महाराष्ट्र
सरकार
की
उस
स्कीम
के
बारे
में
जानकारी
मिली
थी,
जिसमें
सरकार
ने
उन
लोगों
को
दोबारा
से
10वीं
की
परीक्षा
देने
का
मौका
दिया
,
जो
किसी
कारण
अपनी
पढ़ाई
पूरी
नहीं
कर
पाए।
जिसके
बाद
कल्पना
ने
देर
नहीं
की।
दिसंबर
2021
में
उन्होंने
नाइट
स्कूल
ज्वाइन
कर
ली
उन्होंने
पिता
और
भाई
को
इसकी
भनक
तक
नहीं
लगने
ही।
जब
भी
वो
पूछते
तो
टहलने
का
बहाना
कर
देती।
बेटे ने लिखा मां के लिए इमोशनल पोस्ट
प्रसाद
ने
अपनी
मां
की
कठिन
परीक्षा
पर
गर्व
से
लिखा
कि
उनकी
मां
मल्टी
टास्किंग
हैं।
उनकी
दसवीं
की
परीक्षा
मार्च
में
थी,
जबकि
फरवरी
में
मेरी
शादी
थी,
जिसके
कारण
घर
में
सब
व्यस्त
थे,
लेकिन
उन्होंने
इन
तमाम
कामों
को
निपटाने
के
साथ
अपनी
पढ़ाई
जारी
रखा
और
परीक्षा
दी।
प्रसाद
से
लिखा
कि
मुझे
उऩ्होंने
अपनी
कॉपी
दिखाई,
मैं
गर्व
से
भर
उठा
कि
मेरी
मां
गणित
में
कितनी
अच्छी
है।
उन्होंने
लिखा
कि
मुझे
मेरे
परिवार
वालों
ने
किसी
चीज
की
कमी
नहीं
होने
दी
और
आज
जो
मैं
हूं
उनकी
बदौलत
हूं,
लेकिन
मैं
जानता
हूं
कि
अगर
मेरी
मां
को
भी
ये
मौका
मिला
होता,
तो
मुझसे
बी
बेहतर
पॉजीशन
और
पद
पर
होतीं।
सांप
की
तरह
दिखता
है
लड़का,
हर
हफ्ते
झड़ती
है
स्किन,
दुर्लभ
बीमारी
को
बना
ली
अपनी
ताकत