दुखद: 'रावण' के बाद अब 'रामायण' के इस फेमस कैरेक्टर का निधन, चंद्रकांत पंड्या ने निभाया था ये रोल
मुंबई, 21 अक्टूबर। विजयदशमी से कुछ पहले ही मशहूर धार्मिक शो रामायण में 'रावण' के किरदार को जीवंत करने वाले एक्टर अरविंद त्रिवेदी का निधन हो गया था। अब रामायण के ही एक और मशहूर किरदार ने दुनिया को अलविदा कह दिया है। शो में बचपन से लेकर वनवास के समय तक कदम-कदम पर 'श्रीराम' का साथ देने वाले 'निषाद राज' यानी एक्टर चंद्रकांत पंड्या अब हमारे बीच नहीं रहे।
'भगवान श्रीराम के दोस्त थे निषाद राज'
गुरुवार को चंद्रकांत पंड्या ने 72 साल की उम्र में आखिरी सांस ली। चंद्रकांत पंड्या ने रामायण में भगवान श्रीराम के बचपन के दोस्त निषाद राज का किरदार निभाया था। ये वही निषाद राज थे जिन्होंने वनवास के समय श्रीराम, माता सीता और लक्ष्मण का 14 वर्षों तक जंगल में इंतजार किया था। एक्टर चंद्रकांत पंड्या के निधन पर मनोरंजन जगत में गम का माहौल है।
दीपिका चिखलिया ने दी ये दुखद खबर
उनके निधन की जानकारी एक्ट्रेस दीपिका चिखलिया ने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए दी। रामायण में 'सीता' बनीं दीपिका चिखलिया ने इंस्टा स्टोरी में चंद्रकांत पंड्या की फोटो के साथ उन्हें श्रद्धांजलि दी है। चंद्रकांत के निधन से सिर्फ इंडस्ट्री ही नहीं बल्कि 'रामायण' के सभी कैरेक्टर भी बेहद दुखी हैं। प्रशंसकों ने भी सोशल मीडिया पर चंद्रकांत पंड्या के निधन पर शोक जताया है।
गुजराती फिल्मों का लोकप्रिय नाम थे चंद्रकांत
आपको बता दें कि चंद्रकांत गुजराती फिल्म इंडस्ट्री का लोकप्रिय चेहरा था। उनके जानने वाले उन्हें प्यार से 'बबला' नाम से बुलाते थे। चंद्रकांत ने करीब 100 से ज्यादा गुजराती फिल्मों में काम किया। उनक जन्म 1 जनवरी, 1946 में गुजरात के बनासकांठा जिला स्थित भीलडी गांव में हुआ था। एक्टर चंद्रकांत के पिता एक व्यवसायी थे, बाद में वह गुजरात से मुंबई आकर बस गए।
अमजद खान के थे परम मित्र
चंद्रकांत पंड्या का बचपन मुंबई में बीता, यहीं से उन्होंने अपनी शिक्षा भी पूरी की। रामायण के अलावा चंद्रकांत कई अन्य टीवी शोज में काम कर चुके हैं। वह बॉलीवुड के दिग्गज एक्टर अमजद खान के गहरे दोस्त भी थे। दोनों ने एक साथ कॉलेजी की पढ़ाई पूरी की, और उनकी रूचि भी एक्टिंग में थी। चंद्रकांत बचपन से ही नाटकों में हिस्सा लेने लगे थे, इस दौरान उन्हें एक्टर उपेंद्र त्रिवेदी और अरविंद त्रिवेदी के साथ भी काम करने का मौका मिला।
'कडू मकरानी' थी पहली गुजराती फिल्म
चंद्रकांत पंड्या के करियर का यही टर्निंग पॉइंट था, इसके बाद उन्होंने गुजराती फिल्मों में डेब्यू किया। उनकी पहली गुजराती फिल्म 'कडू मकरानी' थी। हालांकि उन्हें धार्मिक शो 'रामायण' से काफी लोकप्रियता मिली, उनके 'निषाद राज' के किरदार को कोई नहीं भुला सकता। उन्होंने 'विक्रम बेताल', 'सम्पूर्ण महाभारत', 'होते होते प्यार हो गया', 'तेजा', 'माहियार की चुंडी', 'सेठ जगदंशा', 'भादर तारा वहता पानी', 'सोनबाई की चुंडी' और 'पाटली परमार' जैसे टीवी शोज में भी काम किया था।
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