चिटफंड निवेशकों के लिए Good News, शुष्क इंडिया व साइनिंग स्टार की 2 करोड़ 56 लाख की सम्पत्ति नीलाम
दुर्ग जिले में चिटफंड कंपनी शुष्क इंडिया में निवेश करने वालों के लिए राहत की खबर है। जिले के निवेशकों को उनकी राशि जल्द वापस होने जा रही है। जिला प्रशासन ने इस कंपनी की संपत्ति को नीलाम कर दिया है। जिसके माध्यम करके 2 कर
दुर्ग, 01 अगस्त। छत्तीसगढ़ सरकार( Chhattisgarh Government) के घोषणा पत्र में शामिल चिटफंड कम्पनियों (Chitfund Compnys) द्वारा जनता से जमा कराए गए पैसों की वापसी के लिए पुलिस प्रशासन लगातार प्रयास कर रही है। जिसके तहत कम्पनियों के सम्पत्ति को कुर्क करने की कार्रवाई की जा रही है। दुर्ग जिले में चिटफंड कंपनी शुष्क इंडिया में निवेश करने वालों के लिए राहत की खबर है। जिले के निवेशकों को उनकी राशि जल्द वापस होने जा रही है। जिला प्रशासन ने इस कंपनी की संपत्ति को नीलाम कर दिया है। जिसके माध्यम करके 2 करोड़ 56 लाख रुपए जुटाए हैं। अब इस राशि से दुर्ग जिला प्रशासन जल्द शुष्क इंडिया एवं साइनिंग स्टार इंफ्रास्टेट चिटफंड कंपनी के निवेशकों को राशि लौटाने की प्रक्रिया शुरू करेगा।
छ.ग.
के
इन
जिलों
में
इतनी
संपत्ति
हुई
कुर्क
शुष्क
इंडिया
के
कम्पनी
के
संचालकों
ने
निवेशकों
से
पैसे
जमाकर
प्रदेशभर
में
अपनी
सम्पति
खरीदी।
जिसमें
जिला
महासमुंद
द्वारा
कंपनी
के
स्वामित्व
की
संपत्ति
नीलामी
कर
18
लाख
85
हजार
रुपए,
कलेक्टर
बलौदाबाजार
ने
28
लाख
रुपए
सहित
कुल
46
लाख
85
हजार
रुपए
जिला
कलेक्टर
दुर्ग
को
भेजा
है।
30
जुलाई
2022
को
कलेक्टर
रायपुर
ने
कंपनी
के
स्वामित्व
वाली
संपत्ति
ग्राम
अभनपुर
एवं
छाछनपैरी
में
नीलाम
करके
2
करोड
10
लाख
रुपए
जुटाए।
इस
तरह
कुल
2
करोड़
56
लाख
85
हजार
102
रुपए
जुटाए
गए
हैं।
दुर्ग
के
निवेशन
की
शिकायत
पर
शुरु
हुई
कार्रवाई
एएसपी
सिटी
संजय
ध्रुव
ने
बताया
कि
6
अप्रैल
2016
को
शंकर
नगर
दुर्ग
निवासी
संतोष
सोनी
ने
चिटफंड
कंपनी
के
खिलाफ
शिकायत
दर्ज
कराई
थी।
पीड़ित
ने
शुष्क
इंडिया
प्राइवेट
लिमिटेड,
साइनिंग
स्टार
में
पैसा
जमा
कराया
था
लेकिन
कुछ
दिन
बाद
कम्पनी
फरार
हो
गई।
निवेशक
की
शिकायत
के
बाद
दुर्ग
के
थाना
मोहन
नगर
में
मामला
दर्ज
कर
जांच
शुरू
की
गई
थी।
कंपनी
का
मुख्य
ब्रांच
उज्जैन
(म.प्र)
में
था।
कंपनी
के
डायरेक्टर्स
ने
लोगों
को
6
वर्ष
में
रकम
दोगुना
करने
का
लालच
देकर
करोड़ों
रुपए
का
निवेश
कराया
था।
आठ
डायरेक्टर्स
हो
चुके
हैं
गिरफ्तार
पुलिस
ने
टिचफंड
कंपनी
के
सभी
8
डॉयरेक्टर
को
मामले
की
जांच
के
बाद
गिरफ्तार
किया।
सभी
नें
पार्टनशिप
कर
यह
काम
शुरू
किया
था।
पुलिस
ने
सभी
को
गिरफ्तार
कर
जेल
भेजा
था।
जांच
के
दौरान
कंपनी
के
स्वामित्व
वाली
संपत्ति
रायपुर
जिले
के
ग्राम
अभनपुर
एवं
छाछनपैरी,
जिला
महासमुंद
अंतर्गत
ग्राम
मोरधा
एवं
जिला
बलौदाबाजार
अंतर्गत
ग्राम
बलौदाबाजार
में
स्थित
संपत्तियों
को
चिह्नित
किया
गया
था।
इसके
बाद
पुलिस
अधीक्षक
दुर्ग
ने
16
मार्च
2017
को
कुर्की
के
लिए
अंतरिम
आदेश
जारी
करने
प्रतिवेदन
जिला
कलेक्टर
दुर्ग
को
भेजा
था।
साल
2019
में
जारी
हुआ
था
कुर्की
का
आदेश
कम्पनी
की
शिकायत
मिलने
के
बाद
पुलिस
ने
कम्पनी
के
सभी
ठिकानों
की
जांच
की
जिसके
बाद
आरोपियों
के
बताए
अनुसार
सभी
सम्पतियों
की
पहचान
किया
गया।
एएसपी
ने
बताया
कि
26
अक्टूबर
2017
को
संबंधित
कंपनी
की
संपत्तियों
को
कुर्क
किये
जाने
का
अंतरिम
आदेश
विशेष
न्यायालय
जिला
दुर्ग
से
जारी
हुआ
था।
इसके
बाद
इस
पर
अंतिम
आदेश
कलेक्टर
एवं
जिला
दंडाधिकारी
दुर्ग
ने
8
अप्रैल
2019
को
पारित
किया।
इसके
बाद
21
मई
2019
को
कुर्की
की
कार्रवाई
करने
के
लिए
सभी
कलेक्टरों
को
पत्र
भेजा
गया।