CCM मेडिकल कॉलेज दुर्ग को MCI की हरी झंडी, 150 सीटों पर होगा एडमिशन, हॉस्पिटल में बढ़ेंगी सुविधाएं
एमबीबीएस की पढ़ाई के लिए अब छत्तीसगढ़ के एक और शासकीय मेडिकल कॉलेज में छात्रों को एडमिशन मिल सकेगा। दुर्ग जिले केCCM मेडिकल कालेज में 150 सीटों पर एडमिशन के लिए मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया ने हरी झंडी दे दी है
दुर्ग, 14 सितंबर। एमबीबीएस की पढ़ाई के लिए अब छत्तीसगढ़ के एक और शासकीय मेडिकल कॉलेज में छात्रों को एडमिशन मिल सकेगा। क्योंकि दुर्ग जिले के चंदूलाल चन्द्राकर मेमोरियल मेडिकल कालेज में 150 सीटों पर एडमिशन के लिए मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया ने हरी झंडी दे दी है। Medical Councial Of India ने सरप्राइज चेकिंग कर कॉलेज में सुविधाओं का जायजा पिछले दिनों लिया था। जिसके आधार पर यह अनुमति दी गई है। इसके साथ ही सीसीएम मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भी मरीजो को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सकेगी।
प्रदेश
के
सरकारी
मेडिकल
कॉलेजों
में
अब
1270
सीटें
छत्तीसगढ़
में
अगर
सरकारी
मेडिकल
कॉलेजों
की
अगर
बात
करें
तो
,
अब
तक
प्रदेश
9
सरकारी
मेडिकल
कॉलेज
थे।
जिनमें
एमबीबीएस
की
1120
सीटें
थी।
लेकिन
अब
चंदूलाल
चंद्राकर
मेमोरियल
मेडिकल
कॉलेज
दुर्ग
प्रदेश
का
दसवां
शासकीय
मेडिकल
कॉलेज
बन
गया
है।
जिसे
150
सीटों
के
अनुमति
मिलने
के
बाद
कुल
एमबीबीएस
सीटों
संख्या
1270
हो
चुकी
है।
यानि
हर
साल
अब
सरकारी
मेडिकल
कॉलेज
से
1270
बच्चे
डॉक्टर
बनेंगे।
इसके
साथ
ही
प्रदेश
में
3
प्राइवेट
मेडिकल
कॉलेज
हैं
जिनमें
कुल
एमबीबीएस
सीटों
की
संख्या
450
है।
CCM
मेडिकल
कॉलेज
में
बढ़ाई
गई
सुविधाएं
दरअसल
सीसीएम
मेडिकल
कॉलेज
दुर्ग
का
अधिग्रहण
करने
के
बाद
छत्तीसगढ़
सरकार
द्वारा
यहां
मेडिकल
कॉलेज
के
अनुसार
सुविधाएं
उपलब्ध
कराई
जा
थी
है
इसके
तहत
अब
सत्र
2022-23
के
NEET
एग्जाम
पास
करने
वाले
150
छात्र
सीसीएम
मेडिकल
कॉलेज
कचांदूर
में
एडमिशन
ले
सकेंगे।
इसके
लिए
सभी
तैयारियां
की
जा
रही
है।
मेडिकल
काउंसिल
ऑफ
इंडिया
से
अनुमति
मिलने
के
बाद,
मेडिकल
कॉलेज
अस्पताल
में
तमाम
तकनीकी
मशीनें
वह
मेडिकल
स्टाफ
की
भर्ती
की
जा
रही
है।
मेडिकल
कॉलेज
के
डीन
पीके
पात्रा
ने
बताया
छात्रों
की
पढ़ाई
के
लिए
80
जूनियर
व
सीनियर
रेजिडेंट,
असिस्टेंट
व
एसोसिएट
प्रोफेसर
एवं
डॉक्टर
ने
ज्वाइन
कर
लिया
है।
Chhattisgarh:
SDM
करवाते
हैं
मालिश,
मंगवाते
हैं
राशन!
कर्मचारियों
ने
कलेक्टर
और
फेडरेशन
से
की
शिकायत
फर्स्ट
ईयर
रिन्युअल
वाला
प्रदेश
का
पहला
कॉलेज
मेडिकल
काउंसिल
ऑफ
इंडिया
की
टीम
ने
पिछले
दिनों
प्रदेश
के
सभी
मेडिकल
कॉलेजों
का
जायजा
लिया
था
जिसके
बाद
फर्स्ट,
सेकंड,
थर्ड
और
फोर्थ
ईयर
की
पढ़ाई
पूरी
कराने
वाले
कॉलेजों
को
प्रवेश
की
अनुमति
दी
गई
है।
लेकिन
लगातार
4
सालों
तक
जीरो
ईयर
घोषित
होने
वाले
चंदूलाल
चंद्राकर
मेडिकल
कॉलेज
फर्स्ट
ईयर
रिन्युअल
होने
वाला
प्रदेश
का
पहला
कॉलेज
है।
जिसे
MCI
ने
150
सीटों
में
एडमिशन
की
अनुमति
मिली
है।
Medical
Termination
ACT:
सरकार
ने
बढ़ाई
गर्भपात
की
समय-सीमा,
जानिए
किन
मामलों
में
होगा
लागू
अस्पताल
में
उपलब्ध
होगी
अल्ट्रासाउंड,
सोनोग्राफी
की
सुविधा
चंदूलाल
चंद्राकार
मेमोरियल
मेडिकल
कॉलेज
के
850
बिस्तर
अस्पताल
में
स्टाफ
नर्स
व
डॉक्टरों
की
नियुक्ति
प्रक्रिया
भी
की
जा
रही
है
जिसके
साथ
साथ
यहां
अब
ओपीडी
सुविधा
शुरू
कर
दी
गई
है
वही
अब
यहां
अल्ट्रासाउंड
सोनोग्राफी
एक्सरे
जैसी
सुविधाएं
शुरू
कर
दी
गई
है
जिससे
ओपीडी
में
आने
वाले
मरीजों
को
इलाज
की
सुविधा
मिल
सके।
नए
बैच
के
आने
से
पहले
मरीजों
की
संख्या
बढ़ाने
गांवो
में
आर्थो,
गायनिक,
मेडिसिन
और
आई
जांच
और
इलाज
के
लिए
कैम्प
लगाए
जा
रहें
हैं।
अपर
कलेक्टर
ने
किया
अस्पताल
का
निरीक्षण
अपर
कलेक्टर
पद्मिनी
भोई
ने
अस्पताल
का
निरीक्षण
कर
मैनेजमेंट
के
डीन
डॉ
प्रदीप
कुमार
पात्रा
और
अधीक्षक
डॉ
मनोहर
राव
देशकर
से
चर्चा
की
और
अस्पताल
को
अपडेट
किये
जाने
के
कार्य
में
तेजी
से
प्रगति
लाने
के
निर्देश
दिए।
सरकार
के
मंशानुरूप
कॉलेज
को
राष्ट्रीय
मानकों
के
अनुसार
तैयार
किया
जाएगा।
मेडिकल
कालेज
हॉस्पिटल
में
तीन
महीनों
से
ओपीडी
आरंभ
की
गई
है।
सीसीएम
मेडिकल
कॉलेज
हॉस्पिटल
में
मरीजों
की
बढ़ती
संख्या
को
देखते
हुए
यहां
ओपीडी
और
बढ़ाई
जाएगी।
इसके
साथ
ही
विभागों
में
रिक्त
विशेषज्ञ
चिकित्सकों
की
नियुक्ति
प्रक्रिया
जल्द
पूरी
कर
ली
जाएगी।
अपर
कलेक्टर
पद्मिनी
भोई
ने
अच्छी
चिकित्सा
सुविधा
उपलब्ध
कराने
के
साथ
ओपीडी
बढ़ाने
के
निर्देश
दिए
गए
है।