17 दिन बाद क्रब से निकाला युवक का शव, ड्राइविंग लाइसेंस से मिला अहम सुराग
नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस ने हत्या के शक में मंगलवार को सुबह मंगोलपुरी वाई-ब्लॉक में कब्र खोदकर एक युवक का शव निकाला। इसके बाद पोस्टमार्टम कराकर शव को दोबारा परिजनों को सौंप दिया। परिजनों का आरोप है कि पत्नी ने ही अपने अवैध संबंधों के कारण युवक को रास्ते से हटाने की साजिश रची। मृतक का नाम वकील सैफी (30) था। युवक वकील की 9 मार्च को मौत हो गई थी। पुलिस के अनुसार, वकील परिवार सहित बेगमपुर के नवीन विहार इलाके में रहता था। नौ साल पहले उसकी शादी हुई थी और उसके दो बच्चे हैं। शादी के बाद वह चार साल सऊदी अरब में रहा और वहां से लौटने के बाद इलाके में फर्नीचर की दुकान चलाने लगा।
डॉक्टरों ने बताया था कि वकील की मौत नशे की वजह से हुई है
वकील की मां शमीना बेगम ने बताया कि 6 मार्च को वह घर से निकला था और रास्ते में उसकी तबीयत खराब हो गई। पहले वकील को अंबेडकर अस्पताल में भर्ती कराया, लेकिन हालत गंभीर होने पर डॉक्टरों ने उसे राममनोहर लोहिया अस्पताल में रेफर कर दिया था। 9 मार्च को वकील की अस्पताल में मौत हो गई थी। शमीना के अनुसार, डॉक्टरों ने बताया था कि वकील की मौत नशे की वजह से हुई है, जबकि वह नशा नहीं करता था। परिजनों ने वकील का शव मंगोलपुरी स्थित कब्रिस्तान में दफना दिया था।
पुलिस पारिवारिक झगड़ा मान रही
वकील की मां ने बताया कि 5 मार्च की देर रात करीब 2:30 बजे वकील ने अपनी पत्नी को फोन पर किसी युवक से बात करते सुना। इसके बाद दोनों के बीच काफी कहासुनी हुई थी। इस बीच उनकी बहू ने फोन करके अपने प्रेमी को भी बुला लिया। बहू के फोन करने के 5 मिनट बाद ही प्रेमी भी पहुंच गया। पूरी रात इस बात को लेकर हंगामा चलता रहा। 6 मार्च सुबह करीब 9 बजे बहू ने वकील को चाय दी। चाय पीकर जैसे ही वकील घर से निकले थोड़ी देर बाद ही तबीयत खराब होने की जानकारी मिली।
ड्राइविंग लाइसेंस से शक गहराया
दरअसल, परिजनों ने बीते शनिवार को वकील की पत्नी का ड्राइविंग लाइसेंस देखा था, जिस पर पति का नाम सुलेमान लिखा था। डीएल 19 जुलाई 2015 को जारी किया गया है। इस पर कानपुर का पता है। परिजनों को शक है कि यह डीएल जाली है। परिजनों ने इसकी जानकारी पुलिस को दी है। सुलेमान परिवार का नजदीकी रिश्तेदार है। इसके बाद उन्होंने वकील की पत्नी के मोबाइल फोन में कुछ ऐसी रिकॉर्डिंग सुनीं, जिसकी वजह से उनका शक गहरा गया। शनिवार को ही परिजनों ने वकील की हत्या का आरोप उसकी पत्नी पर लगाते हुए बेगमपुर थाने में शिकायत दी। पुलिस ने एसडीएम की अनुमति से मंगलवार सुबह शव कब्र से निकाला और फिर पोस्टमार्टम कराने के बाद दोबारा दफना दिया।