Navratri: Maa Bamleshwari के धाम Dongergarh में आस्था का जनसैलाब, श्रद्धालुओं ने तोड़ा 20 साल का रिकॉर्ड
राजनांदगांव, 04 अक्टूबर। छत्तीसगढ़ में नवरात्रि पर्व पर देवी मंदिरों और शहर के भव्य पंडालों में माता के दर्शन के लिए भक्तों की भीड़ उमड़ रही है। छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध तीर्थ और जनआस्था के केंद्र डोंगरगढ़ में भी मां बम्लेश्वरी के दर्शन के लिए जनसैलाब उमड़ पड़ा है। इस बार श्रद्धालुओं ने पिछले 20 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। इस जनसैलाब से जिला प्रशासन की सारी व्यवस्थाएं भी फेल हो चुकी है। वहीं इस बार श्रद्धालुओं पदयात्रियों की अपेक्षा वाहनों से पहुंचने वाले दर्शनार्थियों की संख्या अधिक है।
रात भर अपनी बारी का इंतजार करते हैं भक्त
छत्तीसगढ़ में आस्था के सबसे बड़े केंद्र मां बम्लेश्वरी के धाम डोंगरगढ़ में इस नवरात्रि में दर्शनार्थियों की लंबी कतारें देखने को मिल रही है, यहां पहुंचने वाले भक्तों को रात-रात भर अपनी बारी का इंतजार करना पड़ रहा है। वहीं इस साल पदयात्रियों की संख्या में कमी दर्ज की गई है। इस दौरान भीड़ को नियंत्रित करने में पुलिस के जवान भी पस्त हो गए। हालाकि किसी भी हिस्से में भगदड़ की स्थिति नहीं बनी। रोपवे में भी भारी भीड़ के चलते रोपवे की रनिंग बढ़ाई गई है। रोपवे से भी प्रति घण्टे 400 लोगों को मंदिर तक पहुंचाया जा रहा है। इसके बाद भी लम्बी भीड़ लग रही है।
1610 फिट ऊंची पहाड़ी पर स्थित है मां बम्लेश्वरी का मंदिर
अपनी मनोकामना पूर्ति के लिए भक्त मां बम्लेश्वरी के दर्शन के लिए सीढ़ियों के माध्यम से बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। आपको बता दें कि माता बम्लेश्वरी का मंदिर डोंगरगढ़ की 1610 फिट ऊंची पहाड़ी पर स्थित है। जहाँ तक पहुंचने के लिए एक हजार सीढ़ियों के निर्माण किया गया है। अब इन सीढ़ीयों में भक्तों की भीड़ लग रही है। श्रद्धालुओं की भीड़ ऐसी रही कि लंबे समय बाद देखी जा रही है। सुरक्षा जवानों को हर 50 मीटर की दूरी पर सीढ़ियों में बेरिकेडिंग कर ब्लाक करना पड़ा। ऐसी स्थिति नीचे पहाड़ी पर स्थित क्षीरपानी से लेकर ऊपर गर्भगृह के करीब तक रही। भीड़ को इस बेरिकेडिंग में एक से डेढ़ घंटे तक रोका जा रहा था।
इस बार दर्शनार्थियों ने तोड़ा 20 साल का रिकॉर्ड
मंदिर प्रबन्धन समिति के अनुसार कोरोना काल के बाद इस साल भक्तों की काफी भीड़ है। माता के दर्शन के लिए जनसैलाब उमड़ पड़ा है। अब तक लगभग सात लाख भक्तों ने माता बम्लेश्वरी के दर्शन किए हैं। इस साल भले ही पदयात्रियों की संख्या में कमी है। लेकिन वाहन से आने वाले दर्शनार्थियों का अष्टमी के दिन तक भीड़ देखा जा रहा है। सोमवार को भी रात 9 बजे तक लगभग एक लाख दर्शनार्थियों ने दर्शन किए हैं।
श्रद्धा के जनसैलाब से प्रसाशनिक व्यवस्था फेल
नवरात्रि के शुरुआत से ही डोंगरगढ़ में जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन के माध्यम से सारी व्यवस्थाएं की जाती है। जहां मेला स्थल से लेकर मंदिर के गर्भगृह तक भक्तों की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए सुनियोजित व्यवस्था की गई थी। इसके अलावा पार्किंग, रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, भोजन, भंडारा स्थल की व्यवस्था की गई थी। लेकिन इस बार प्रतिदिन लगभग एक लाख श्रद्धालुओं की भीड़ के आगे प्रशासन की सारी व्यवस्थाएं फेल हो चुकी है। शहर के सभी पार्किंग फुल हो रहे हैं। प्रशासन को पार्किंग के लिए हाईस्कूल मैदान तक खोलना पड़ा है। रेलवे से मिली जानकारी अनुसार इस नवरात्र में अब तक 70 हजार टिकट की बिक्री हुई है। जिसमे डेढ़ लाख यात्रियों ने डोंगरगढ़ से यात्रा की है।
मंदिर के ऊपर बने कुंड में होगा, ज्योति कलश का विसर्जन
डोंगरगढ़ में ज्योति कलशों के विसर्जन की तैयारियों में मंदिर जिला प्रशासन व समिति के सदस्य जुटे हैं। महाष्टमी पर हवन पूजन का कार्यक्रम सम्पन्न होने के बाद पहाड़ी पर मंदिर के ज्योति कलश का विसर्जन ऊपर ही बने कुंड में किया जाएगा। इधर नीचे मंदिर के ज्योतजवारा विसर्जन की शुरुआत मंगलवार रात में होगी। नीचे मंदिर से हर साल की तरह ज्योत विसर्जन की यात्रा निकलेगी। जो पारंपरिक रूप से रेलवे क्रॉसिंग को पार कर महावीर तालाब पहुंचेगी।