Chhattisgarh कांग्रेस के आला नेताओं के बस्तर दौरे पर BJP और कांग्रेस में वार पलटवार
Congress Bastar Mission कांग्रेस के आला नेताओं के बस्तर दौरा तय होने के बाद भाजपा सजग हो गई है। भाजपा ने इसे दिखावा बताया है,तो वही कांग्रेस ने भाजपा पर कटाक्ष किया है। गौरतलब है की छत्तीसगढ़ की सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी ने आदिवासी बाहुल्य संभाग बस्तर की सीटों से फिर सत्ता में वापसी की रणनीति तैयार करने में जुट गई है।

छत्तीसगढ़ कांग्रेस प्रभारी पीएल पुनिया और प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम बस्तर संभाग की 6 सीटों पर 28 अक्टूबर से दौरे पर निकलेंगे। प्रथम चरण में बस्तर संभाग के 12 में से 6 सीटों पर संगठन की निगाह रहेगी । इस दौरान दोनों नेता विधानसभा के नेताओं और कार्यकर्ताओं से मिलकर जमीनी हकीकत का ज़ायज़ा लेंगे और 2023 से फिर सत्ता कायम रखने की राह तलाशेंगे।
भाजपा ने कसा तंज
छत्तीसगढ़ प्रदेश भाजपा मीडिया सह प्रभारी अनुराग अग्रवाल ने कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया के संक्षिप्त बस्तर दौरे के संदर्भ में कहा है कि कांग्रेस ने 4 साल पहले जो झूठ का मकड़जाल बुना था, अब वह उसमें बुरी तरह उलझ गई है और जनता का सामना करने की हिम्मत नहीं कर रही है। मुंह छुपा रही है। इसका सबसे बड़ा ताजा उदाहरण है कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी पुनिया का बस्तर में चुनिंदा कुछ जगहों पर दौरा कार्यक्रम का दिखावा। पहले तो पुनिया का पूरे बस्तर में होने वाले दौरे का खूब प्रचार किया गया लेकिन वह दौरा आदिवासी विरोध के भय से निरस्त कर दिया गया। अब पुनिया का जो दौरा कार्यक्रम सामने आ रहा है, वह बता रहा है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आदिवासियों के आरक्षण के मामले में सुनियोजित तरीके से जो कृत्य किया है, जो धोखेबाजी की है, उसके परिणामस्वरूप पुनिया बस्तर की जनता का सामना करने से कतरा रहे हैं।
प्रदेश भाजपा मीडिया सह प्रभारी अनुराग अग्रवाल ने कहा कि पहले पुनिया बस्तर की सभी 12 सीटों का दौरा कर वहां के पार्टी पदाधिकारियों से चर्चा करने वाले थे। किंतु उसी दौरान भूपेश बघेल सरकार की इरादतन अनदेखी के कारण आदिवासी आरक्षण 32 फीसदी से कम होकर 20 प्रतिशत हो जाने से उपजे आदिवासी आक्रोश से घबराकर पुनिया का बस्तर दौरा अपरिहार्य कारण का बहाना बनाकर टाल दिया गया। अब उनका रस्म अदायगी के लिए जो दौरा कार्यक्रम बना है, वह कांग्रेस की दहशत का नमूना है। अब वे केवल जगदलपुर और दंतेवाड़ा में कांग्रेस पदाधिकारियों से मिलेंगे।
प्रदेश भाजपा मीडिया सह प्रभारी अनुराग अग्रवाल ने कहा कि कांग्रेस ने केवल आदिवासियों को ही नहीं, पिछड़े वर्ग को भी छला है। कांग्रेस ने पिछड़े वर्ग से 27 फीसदी आरक्षण का वादा किया और अपने ही व्यक्ति से इस पर हाइकोर्ट से स्टे ले लिया। कांग्रेस झूठ बोलती रही कि स्टे लाने वाला उसका नहीं है लेकिन इसका सच पिछड़ा वर्ग जानता है। उसे कैबिनेट मंत्री का दर्जा देकर शोध पीठ में बैठा दिया है। कांग्रेस पूरी तरह बेनकाब हो चुकी है। कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ की आम जनता के साथ साथ हर समाज के साथ सिर्फ छलावा किया है। अब समय आ गया है। जनता कांग्रेस को सबक सिखाने तैयार है।
कांग्रेस ने दिया जवाब
इधर कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने अपने 15 साल के कार्यकाल के दौरान आदिवासी समाज के हितों की अनदेखी की है। उन्होंने भाजपा शासनकाल के दौरान लाय गए भू अधिग्रहण संशोधन विधेयक समेत कई मुद्दों का ज़िक्र करते हुए कहा कि आदिवासियों की ज़मीन वापसी का काम कांग्रेस सरकार ने किया। नक्सल समस्या के खिलाफ जंग में स्थानीय युवाओं को रोज़गार से जोड़कर बस्तर बटालियन का निर्माण हो या तेंदूपत्ता पर लाभ दिलाने का कदम आदिवासियों के हित में सारे बड़े फैसले कांग्रेस सरकार की ही दें हैं। कांग्रेस प्रवक्ता ने आगे कहा कि आरक्षण मामले भाजपा का दोहरा चरित्र उजागर हो गया है।
असल में 28 अक्टूबर को पीएल पुनिया और मोहन मरकाम जगदलपुर विधानसभा के अंतर्गत जगदलपुर, बस्तर और चित्रकोट तथा दंतेवाड़ा में दंतेवाड़ा और बीजापुर विधानसभा के कार्यकर्ताओं के साथ मीटिंग करेंगे। बताया गया है कि पहले 5 दिनों दौरे में 6 विधानसभाओं के कामकाज की समीक्षा और पार्टी वर्कर्स से फीडबैक लेने के बाद वे बाद में बची 6 सीटों पर अपना ध्यान केंद्रित करेंगे।
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