मंत्री सिंहदेव की बहन आशा कुमारी को डलहौजी से मिली हार, सीएम की रेस में थीं शामिल, जानिए किसने हराया

Himachal Election Result 2022 हिमाचल प्रदेश में वोटों की गिनती थमने के बाद अब तस्वीर साफ हो चुकी है। इस चुनाव परिणामों ने जहाँ भाजपा को एक बड़ा झटका दिया। तो वहीं हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस के दिग्गजों को हार का सामना करना पड़ा है। डलहौजी विधानसभा सीट से कांग्रेस की विधायक और पूर्व मंत्री आशा कुमारी को हार का सामना करना पड़ा है। आशा कुमारी छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव की बहन हैं। मंत्री सिंहदेव बहन के चुनाव कैम्पेनिंग के लिए हिमांचल भी पहुंचे थे।

डलहौजी पर टिकी थी सबकी निगाहें
हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले में कुल 5 विधानसभा सीटे आती हैं, जिनमें से डलहौजी विधानसभा पर सबकी निगाहें टिकी थी। इस बार कांग्रेस के सामने डलहौजी सीट पर जीत की हैट्रिक लगाने की कड़ी चुनौती बनी हुई थी। यहां से कांग्रेस की विधायक आशा कुमारी चुनावी मैदान में थीं। भाजपा के धविन्दर सिंह ठाकुर और आम आदमी पार्टी से मनीष सरीन चुनावी दंगल में उतरे थे। इस सीट पर तीनों ही प्रत्याशियों के बीच कड़ा मुकाबला था। लेकिन यहां से भाजपा को जीत मिली। डलहौजी निर्वाचन क्षेत्र में ग्रामीण मतदाताओं की खासी संख्या (89.78 प्रतिशत) है। यहां चुनाव में खराब सड़कें, स्वास्थ्य सुविधाओं और शैक्षणिक संस्थानों की कमी प्रमुख चुनावी मुद्दे थे।

भाजपा के धविन्द्र ने आशा कुमारी को दी मात
डलहौजी विधानसभा सीट से कांग्रेस की विधायक और पूर्व मंत्री रही आशा कुमारी को भाजपा प्रत्याशी धविन्द्र सिंह ने 9900 वोटों से हराया दिया है। धविंद्र सिंह को जहां 32863 वोट मिले वहीं आशा कुमारी को 23073 वोट ही मिले हैं। कांग्रेस से पंजाब की पूर्व प्रभारी और पूर्व मंत्री रही आशा कुमारी 2012 और 2017 के चुनाव में जीत हासिल की थी। सात बार चुनाव लड़ चुकी आशा कुमारी इस बार हैट्रिक लगाने से चूक गईं। आशा कुमारी ने 2012 में भाजपा प्रतिद्वंद्वी रेणु चड्डा को 7,365 मतों के अंतर से हराया था। लेकिन 2017 में उनकी जीत का अंतर महज 556 मतों का रह गया था।

चुनाव प्रचार में पहुंचे थे मंत्री टीएस सिंह देव
अपनी बहन आशा कुमारी के चुनाव प्रचार के लिए हर बार की तरह इस बार भी छत्तीसगढ़ के अम्बिकापुर विधायक और स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव डलहौजी पहुंचे थे। इस दौरान वे स्थानीय लोक कलाकारों के साथ थिरकते नजर आए थे। इस दौरान वे कांग्रेस की टोपी और जीन्स जैकेट पहने नजर आए। इस दौरान इस नृत्य का वीडियो सोशल मीडिया में जमकर वायरल हुआ था। आपको बता दें कि मंत्री सिंहदेव का बचपन हिमाचल में बिता है।

सीएम की रेस में थी शामिल, 7 बार लड़ चुकी हैं चुनाव
पूर्व मंत्री और पूर्व पंजाब कांग्रेस प्रभारी आशा कुमारी काफी सीनियर लीडर और अनुभवी होने के नाते हिमाचल प्रदेश में मुख्यमंत्री की रेस में शामिल थी। वे सरगुजा राजपरिवार की बेटी आशा कुमारी की शादी 1979 में हिमाचल प्रदेश के चंबा रियासत के राजकुमार बृजेंद्र कुमार से हुई थी। आशा कुमारी ने चंबा विधानसभा क्षेत्र से भाजपा प्रतिद्वंदी को हराकर 1985 में पहली बार जीत दर्ज की थी। 1990 में हारीं फिर उसके बाद वह 1993, 1998, 2003, 2012 और 2017 में पुन: निर्वाचित हुईं। अब 2022 में उन्हें हर का सामना करना पड़ा है।
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