रमदहा जलप्रपात हादसे पर सीएम भूपेश ने जताया दुख, 7 पर्यटक डूबे, 3 लोगों की मौत, बचाव कार्य जारी
छत्तीसगढ़ के कोरिया जिले में रमदहा जलप्रपात में मध्यप्रदेश से पिकनिक मनाने आए सात लोग डूब गए थे। इस घटना की सूचना मिलते ही कोटाडोल पुलिस समेत सभी आला अधिकारी व बचाव दल मौके पर पहुंची।
कोरिया, 28अगस्त। छत्तीसगढ़ के कोरिया जिले में रमदहा जलप्रपात में मध्यप्रदेश से पिकनिक मनाने आए सात लोग डूब गए थे। इस घटना की सूचना मिलते ही कोटाडोल पुलिस समेत सभी आला अधिकारी व बचाव दल मौके पर पहुंची। स्थानीय लोगों के अनुसार उनमें से एक महिला समेत तीन लोगों को बाहर निकाला गया है। जिसमें से तीन युवक की मौत हो चुकी है। पानी में लापता तीन अन्य की तलाश जारी है। इस घटना पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने दुख जताया है।
पिकनिक
मनाने
पहुंचे
थे
पर्यटक
जानकारी
के
अनुसार
कोरिया
जिले
के
भरतपुर
विकास
खण्ड
में
स्थित
रमदहा
वाटर
फाल
में
रविवार
को
दुःखद
हादसा
हुआ
है।
वाटर
फॉल
में
नहाने
उतरे
7
लोग
गहरे
पानी
में
डूब
गए।
ये
सभी
बैढ़न
सिंगरौली
मध्यप्रदेश
के
निवासी
थे।
सभी
रविवार
को
भरतपुर
विकास
खंड
अंतर्गत
रमदहा
वाटर
फॉल
पिकनिक
मनाने
पहुंचे
थे।
नहाने
के
लिये
वे
पानी
में
उतरे
थे।
इसी
दौरान
सभी
गहरे
पानी
में
डूब
गए।
घटना
की
सूचना
मिलने
के
बाद
परिजन
सिंगरौली
पुलिस
के
साथ
मौके
के
लिए
रवाना
हो
चुके
है।
मुख्यमंत्री ने जताया दुःख, दिए बचाव कार्य के निर्देश
कोरिया जिले के भरतपुर विकासखंड स्थित रमदहा जलप्रपात में दुःखद घटना की जानकारी मिलते ही मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने रामदाह जलप्रपात में हुए हादसे पर गहरा दुःख व्यक्त किया है। साथ ही मुख्यमंत्री ने कोरिया कलेक्टर को रेस्क्यू ऑपरेशन पर लगातार नजर रखने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री के निर्देश पर भरतपुर विधायक गुलाब कमरो ने भी जिला व स्थानीय प्रशासन को अलर्ट होने व तत्काल बचाव कार्य प्रारंभ करने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने प्रशासनिक अधिकारी व पुलिस टीम को मौके पर पहुँच वस्तु स्थिति पर नजर बनाए हुए है।
बाकी पर्यटकों की तलाश जारी
जलप्रपात में लापता अन्य तीन लोगों की तलाश की जा रही है। इस जलप्रपात में सात लोगों के डूबने की खबर है जिसमें से चार लोगों को निकाल लिया गया है। जिसमेंतीन पर्यटकों की मौत हो चुकी है। वहीं महिला को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। फ़िलहाल बचाव कार्य जारी है। जानकारी मिलने पर घटनास्थल में काफी संख्या में लोग जुट गए।
कई बार हो चुका है हादसा
स्थानीय लोगों का कहना है कि यह पहला मौका नहीं है। इसके पहले भी यहां कई जानें जा चुकी है। यह जल प्रपात देखने में इसकी गहराई का अंदाजा पर्यटक नहीं लगा पाते, और हादसे का शिकार हो जाते हैं। सुरक्षा सम्बंधी जानकारी के लिए स्थानीय प्रशासन व वन विभाग के द्वारा बोर्ड भी यहां लगाया गया है। जिससे कि लोग सुरक्षित रह सकें। बावजूद इसके लोग जान जोखिम में डाल कर जलप्रपात में नहाने के लिए उतर जाते हैं।