छत्तीसगढ़ में होगी थ्री डी प्रिंटिंग और रोबोटिक्स की ट्रेनिंग, सीएम भूपेश ने लिया फैसला
मंगलवार को सीएम भूपेश बघेल की अध्यक्षता में विधानसभा स्थित उनके कार्यालय कक्ष में हुई बैठक में टाटा टेक्नोलॉजिस के अधिकारियों के साथ गौठानों को आईटीआई से जोड़ने, गौठानों में तैयार किए जा रहे उत्पादों के वेल्यू एडिशन और उत
रायपुर, 26 जुलाई। छत्तीसगढ़ के पॉलिटेक्निक कॉलेजों और आईटीआई में थ्री डी प्रिन्टिग और रोबोटिक्स जैसे नये विषयो में प्रशिक्षण शुरू होने वाला है. दरअसल सीएम भूपेश ने छत्तीसगढ़ के गौठानों में विकसित किए जा रहे रूरल इंडस्ट्रियल पार्क में कृषि उपजों और लघु वनोपजों के प्रसंस्करण और वैल्यू एडिशन के लिए अत्याधुनिक तकनीक का उपयोग प्रारंभ करने के संबंध में टाटा टेक्नोलॉजिस के अधिकारियों से चर्चा की है।
मंगलवार को सीएम भूपेश बघेल की अध्यक्षता में विधानसभा स्थित उनके कार्यालय कक्ष में हुई बैठक में टाटा टेक्नोलॉजिस के अधिकारियों के साथ गौठानों को आईटीआई से जोड़ने, गौठानों में तैयार किए जा रहे उत्पादों के वेल्यू एडिशन और उत्पादों के बेचे जाने के लिए सीमार्ट से जोड़ने के विषय पर चर्चा हुई। इसके अतिरिक्त रूरल इंडस्ट्रियल पार्क में तैयार उत्पादों की ब्रांडिंग और मार्केटिंग के काम में भी बातें की गई । टाटा टेक्नोलॉजिस के अधिकारियों की तरफ से बैठक में प्रस्तुतिकरण के माध्यम से बताया गया कि पॉलीटेक्निक और आईटीआई में आधुनिक उद्योगों की जरूरत के मुताबिक ट्रेड प्रारंभ करने के साथ ही इन संस्थाओं को शिक्षकों को प्रशिक्षण की व्यवस्था रहेगी। इस बैठक में सीएम को बताया गया कि टाटा टेक्नोलॉजिस द्वारा विकसित अधोसंरचना का उपयोग बच्चों के प्रशिक्षण के साथ स्थानीय उद्योगों द्वारा भी आवश्यकतानुसार इस्तेमाल किया जा सकेगा। कृषि उपजों के प्रसंस्करण और वैल्यू एडिशन के लिए कृषि विज्ञान केन्द्र के साथ भी टाटा टेक्नोलॉजिस काम करेगी। बैठक में एग्रीकल्चर रिसर्च एण्ड इनोवेशन सेंटर पर भी चर्चा हुई।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने टाटा टेक्नोलॉजिस के अधिकारियों को जानकारी देते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ की गांवों में स्थापित गौठानों को रूरल इंडस्ट्रियल पार्क के तौर पर विकसित किया जा रहा है। इसके लिए 600 करोड़ रूपए का प्रावधान किया गया है। हर विकासखण्ड में 2 गौठानों को रूरल इंडस्ट्रियल पार्क के तौर पर विकसित किया जा रहा है। इन पार्कों में कुटीर उद्योग स्थापित कर स्थानीय रॉ-मटेरियल के प्रसंस्करण और वैल्यू एडिशन कर प्रोडक्ट तैयार किए जा रहे हैं। तैयार उत्पादों का सी-मार्ट के माध्यम से सेलिंग की व्यवस्था की गई है। इन उत्पादों को राष्ट्रीय और अन्तर्राष्ट्रीय मार्केट दिलाने की कोशिश भी किया जा रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि गौठानों में बिजली, पानी और जमीन की व्यवस्था है। गौठान की एक से दो एकड़ भूमि रूरल इंडस्ट्रियल पार्क के लिए रखी गई है। यहां बनने वाले रूरल इंडस्ट्रियल पार्क में लगने वाले उद्योगों को बिजली बिल में 50 फीसदी की छूट दी जाएगी।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने टाटा टेक्नोलॉजिस के अधिकारियों से कहा कि छत्तीसगढ़ के 116 स्कूलों में हायर सेकेण्डरी के साथ आईटीआई के 2 वर्षीय संयुक्त कोर्स प्रारंभ किए गए हैं। ग्यारहवीं कक्षा से यह दोनों कोर्स प्रारंभ होते हैं। बारहवीं पास करने वाले विद्यार्थियों को एक साथ 12 वी बोर्ड और आईटीआई का सर्टिफिकेट दिया जाएगा। यहां आधुनिक उद्योगों के लिए उपयोगी ट्रेड प्रारंभ होने से विद्यार्थियों के रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। माना जा रहा है कि आने वाले समय में आधुनिक विषयो पर तकनीकी ज्ञान हासिल करने से प्रदेश के युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे,इसके अलावा प्रदेश में भी ग्रामीण विकास को भी एक नई दिशा मिलेगी।
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