आयकर विभाग के अनुसार बैंकों में जमा हुए करीब 4 लाख करोड़ रुपय हैं संदिग्ध
आयकर विभाग को संदेह है कि बैंकों में करीब 4 लाख करोड़ रुपए का कालाधन भी जमा किया गया है। आंकड़ों के अनुसार सिर्फ 60 लाख लोगों ने करीब 7 लाख करोड़ रुपए के पुराने नोट जमा किए हैं।
नई दिल्ली। आयकर विभाग को शक है कि लगभग 4 लाख करोड़ रुपए के कालेधन को बैंकों में जमा करके सफेद किया गया है। नोटबंदी के बाद लोगों द्वारा इस तरह का काम किए जाने के संदेह के चलते आयकर विभाग अब उन लोगों को नोटिस दे रहा है, जो लोग अपनी आय का स्रोत नहीं बता पा रहे हैं। आयकर विभाग के आंकड़ों के अनुसार 17 दिसंबर तक इन 4 लाख करोड़ रुपयों को करीब 1.14 लाख खातों में जमा किया गया है। इन पैसों में एक बड़ा हिस्सा उन लोगों का होने का संदेह है, जो लोग टैक्स जमा न करके कर चोरी करते हैं।
अब
आयकर
विभाग
लगातार
इस
रकम
को
लेकर
जांच
में
जुटा
हुआ
है।
अधिकारियों
का
कहना
है
कि
नियम
के
अनुसार
टैक्स
जमा
करने
वाला
शख्स
अपने
पास
इतनी
अधिक
मात्रा
में
नकदी
नहीं
रख
सकता
है।
आयकर
विभाग
ने
अब
तक
बड़ी
रकम
जमा
कराने
वाले
5000
से
भी
अधिक
लोगों
को
नोटिस
भेज
दिया
है।
आयकर
विभाग
के
एक
अधिकारी
के
अनुसार
सरकार
का
यह
मानना
है
कि
वह
इस
साल
बड़ी
मात्रा
में
राजस्व
जुटाएगी।
सरकार
ने
50
फीसदी
टैक्स
चुकाकर
अपनी
अघोषित
आय
घोषित
करने
का
ऑफर
देकर
यह
साफ
किया
है
कि
वह
अघोषित
आय
वालों
पर
पैनी
नजर
रखे
हुए
है।
अगर
ये
लोग
अभी
आय
घोषित
नहीं
करते
हैं
तो
31
मार्च
के
बाद
उन्हें
90
फीसदी
तक
जुर्माना
अदा
करना
पड़
सकता
है।
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नोटबंदी
के
50
दिन
हो
गए
पूरे
लेकिन
अब
भी
60
फीसदी
एटीएम
मशीनें
नहीं
दे
सकती
कैश
सूत्रों
की
मानें
तो
सिर्फ
60
लाख
लोगों
और
संस्थाओं
ने
बैंकों
में
7
लाख
करोड़
रुपए
के
पुराने
नोट
जमा
किए
हैं।
इनमें
कुछ
पैसे
संस्थानिक
स्रोतों
के
हैं,
जिनके
बारे
में
ब्योरा
दिया
जा
सकता
है।
इसके
अलावा
आयकर
विभाग
के
अधिकारी
उन
निष्क्रिय
खातों
की
भी
जांच
कर
रहे
हैं
तो
दो
साल
से
निष्क्रिय
पड़े
हैं
और
साथ
ही
30
से
40
हजार
जनधन
खातों
की
भी
जांच
की
जा
रही
है।