नोटबंदी के बाद से अब तक आयकर विभाग ने पता लगाई 4,200 करोड़ रुपए की अघोषित आय
नोटबंदी की घोषणा किए जाने के बाद से आयकर विभाग ने कालेधन के खिलाफ एक अभियान सा छेड़ दिया है। 8 नवंबर के बाद से अब तक करीब 4,200 करोड़ रुपए की अघोषित आय का पता लगाया है।
नई दिल्ली। आयकर विभाग ने उन लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है, जो नोटबंदी के बाद अपने कालेधन को सफेद करने की फिराक में लगे हुए थे। 8 नवंबर के बाद से अब तक आयकर विभाग ने करीब 4,200 करोड़ रुपए की अघोषित आय का पता लगाया है। साथ ही, इस पूरी अवधि के दौरान आयकर विभाग ने 5000 से भी अधिक नोटिस भेजे हैं। 8 नवंबर से अब तक देश भर में 1000 से भी अधिक सर्वे, रिसर्च और कालाधन जब्त करने की कार्रवाई की गई हैं। आयकर विभाग के आंकड़ों के अनुसार 22 दिसंबर से 28 दिसंबर के बीच ऐसी करीब 200 कार्रवाई की गई हैं।
सर्वे
में
कंपनियों
के
कैश,
संपत्ति
और
उनके
खातों
की
जांच
की
गई।
वहीं
दूसरी
ओर
सर्च
और
पैसों
का
जब्त
किया
जाना
अलग-अलग
जगहों
पर
छापा
मारकर
किया
गया।
जब्त
किए
गए
458
करोड़
के
कैश
में
से
105
करोड़
रुपए
की
नई
करंसी
मिली
है,
जिसमें
500
और
2000
रुपए
के
नए
नोट
हैं।
इन
पैसों
को
बैंक
अधिकारियों
से
मिलीभगत
करते
गलत
तरीके
से
जमा
किया
गया
था।
इसके
लिए
उन
पुराने
नोटों
का
इस्तेमाल
किया
गया
था,
जो
घरों
या
ऑफिस
में
जमा
करके
रखे
गए
थे।
ये
भी
पढ़ें-
नोटबंदी
के
50
दिन
हो
गए
पूरे
लेकिन
अब
भी
60
फीसदी
एटीएम
मशीनें
नहीं
दे
सकती
कैशइन
सभी
छापेमारी
का
उद्देश्य
उन
लोगों
का
पता
लगाना
है
जिन्होंने
अपने
कालेधन
को
सफेद
करने
के
लिए
अलग-अलग
तरीके
के
टूल्स
इस्तेमाल
किए
हैं।
इसमें
उन
सभी
लोगों
पर
लगाम
कसने
की
कोशिश
की
जा
रही
है
जिन्होंने
8
नवंबर
की
रात
पीएम
नरेंद्र
मोदी
द्वारा
अपने
पास
जमा
कालेधन
को
बैंक
में
जमा
कराने
या
फिर
उनसे
सोना
या
ज्वैलरी
खरीदने
की
कोशिश
की।
आयकर
विभाग
कालाधन
बाहर
निकालने
के
लिए
बहुत
सारे
तरीके
आजमा
रहा
है।
आयकर
विभाग
इस
मामले
में
ईडी
और
सीबीआई
की
भी
मदद
लेने
की
तैयारी
कर
रहे
हैं।
8
नवंबर
के
बाद
से
करीब
500
केस
इन
दोनों
एजेंसियों
के
हवाले
गए
हैं।