RBI का बड़ा फैसला, अब RTGS और NEFT के लिए बैंक की जरूरत नहीं, घर बैठे कर सकेंगे ट्रांजैक्शन
अब RTGS और NEFT के लिए बैंक की जरूरत नह
नई दिल्ली। रिजरव बैंक ऑफ इंडिया ने लोगों को बड़ा तोहफा दिया है। बैंक ने कोरोना संकट काल में फंड ट्रांसफर करने की नई सुविधा उपलब्ध करवाई है, जिसकी मदद से अब लोगों को पैसे भेजने के लिए बैंकों के चक्कर काटने की जरूरत नहीं होगी। आरबीआई ने 7 अप्रैल को अपनी नई क्रेडिट पॉलिसी का ऐलान किया है, जिसमें डिजिटल पेमेंट को लेकर कई बड़े ऐलान किए गए हैं।
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने आज नई क्रेडिट पॉलिसी का ऐलान किया, जिसमें डिजिटल पेमेंट को लेकर कई घोषणाएं की गई है। इन्हीं घोषणाओं के तहत प्रीपेड पेमेंट में कई बदलाव का ऐलान किया गया। रिजर्व बैंक ने सभी प्रीपेड पेमेंट कंपनियों को पेमेंट के संबंध में जरूरी दिशानिर्देश दिए हैं। नए निर्दशों के मुताबिक अब आप अपन प्रीपेड मोबाइल वॉलेट जैसे की पेटीएम, फोनपे, अमेजॉन पे आदि से घर बैठे ऑनलाइन फंड ट्रांसफर कर सकेंगे। जल्द ही इन वॉलेट से आपको RTGS और NEFT जैसी पेमेंट ट्रांसफर की सुविधर मिलेगी।
नॉन-बैंक
पेमेंट
कंपनिओं
के
लिए
RBI
का
दिशानिर्देश
आरबीआई ने फाइनेंशिल ईयर 2021-22 की अपनी पहली मॉनेटरी पॉलिसी में नॉन-बैंक पेमेंट कंपनियों के लिए अहम दिशानिर्देश जारी किए। आरबीआई ने इन पेमेंट बैंकों को आरटीजीएस और एनईएफटी की सदस्यता की अनुमति दे दी। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के इस प्रस्ताव से पीपीआई, कार्ड नेटवर्क्स, वाइड लेवल एटीएम ऑपरेटर्स जैसे नॉन-बैंक पेमेंट सिस्टम भी अब आरटीजीएस और एनईएफटी की सदस्यता हासिल कर सकेंगे। जिसके बाद आपको बैंकों के चक्कर काटने की जरूरत नहीं होगी।
आपको बता दें कि अब तक RTGS और NEFT की सुविधा बैंकों को ही मिलती रही है, लेकिन आरबीआई ने इस प्रस्ताव के बाद प्रीपेड पेमेंट बैंक भी इसे हासिल कर सकेंगे। जिसके बाद आपका डिजिटल वॉलेट आपके लिए क तरह से डेबिट कार्ड के तौर पर काम करेगा। आप अपने वॉलेट से जैसे भेज सकेंगे, पैसे विड्रॉल कर सकते हैं।
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