कार-बाइक खरीदने वालों के लिए खुशखबरी, जल्द घटेगी कीमत, ये रही वजह
नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने हाल में ही महिलाओं के हित में बड़ा फैसला लेते हुए सेनेटरी नैपकिन पर लगने वाले जीएसटी को पूरी तरह से खत्म कर दिया है। हालांकि ये पहला मौका नहीं है जब सरकार ने जीएसटी स्लैब में बदला किया हो। 1 जुलाई 2017 को जीएसटी देशभर में लागू किया गया था। जीएसटी लागू होने के बाद से के बाद से अब तक करीब 400 वस्तुओं से जीएसटी या तो हटा लिया गया है या फिर कम किया जा चुकी है। अब उम्मीद की जा रही है कि लोकसभा चुनाव से पहले एक बार फिर से जीएसटी काउंसिल बड़ी राहत देगी। माना जा रहा है कि जीएसटी काउंसिल राजस्व वसूली में इजाफे के बाद बड़ा कदम उठाएगा।
जीएसटी स्लैब में हो सकता है बदलाव
इस बड़े फैसले में जीएसटी काउंसिल वाहन, एसी जैसे उत्पाद जो अभी सबसे ऊंचे 28 प्रतिशत के कर स्लैब में आते हैं उन्हें बदलकर उसकी जीएसटी दर को कम किया जाएगा। सरकार के इस कदम का फायदा कार और बाइक खरीदने वालों को सबसे ज्यादा होगा।
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अधिकतम स्लैब में मात्र 35 उत्पाद
आपको बता दें कि 28 प्रतिशत जीएसटी स्लैब में 35 उत्पाद हैं। जिनमें एससी, प्रीज, वाहन जैसी चीजें है। पिछले 1 साल में सबसे ऊंचे स्लैब में 191 उत्पादों पर से टैक्स घटाकर उसे कम किया गया। अब इस स्लैब में मात्र 35 उत्पाद रह गए हैं, जिनमें सीमेंट, वाहन कलपुर्जे, टायर, वाहन उपकरण, मोटर वाहन, याट, विमान, एरेटेड ड्रिंक और अहितकर उत्पाद तंबाकू, सिगरेट और पान मसाला जैसे प्रोडक्ट शामिल हैं।
अहितकर और सुपर लग्जरी चीजों को ही सबसे ऊंचे स्लैब में जगह
आर्थिक मामलों के जानकारों की माने तो राजस्व में सुधार के बाद जीएसटी काउंसिल इस स्लैब में बदलाव कर सकती है। माना जा रहा है कि इस टैक्स स्लैब में सिर्फ सुपर लग्जरी और अहितकर प्रोडक्ट को रखा जाएगा। उम्मीद की जा रही है कि सबसे ऊंचे टैक्स स्लैब से टीवी, डिशवॉशर, डिजिटल कैमरा, एसी को हटाकर उसे 18 प्रतिशत टैक्स स्लैब में शामिल किया जा सकेगा। वहीं कार-बाइक की खरीद पर लगने वाले टैक्स भी कम होंगे। इन वाहनों के टैक्स स्लैब में बदलाव कर इन्हें नीचे के स्लैब में लाया जाएगा। जबकि केवल अहितकर और सुपर लग्जरी चीजों को ही सबसे ऊंचे स्लैब में जगह मिलेगी।
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