11 लाख की कार का कंपनी ने भेजा 22 लाख का बिल, मालिक के पैरों तले खिसक गई जमीन, जानें पूरा मामला
बेंगलुरु, 02 अक्टूबर: कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु से एक हैरान कर देने वाला अजीबोगरीब मामला सामने आया है। यहां के एक शख्स को उस वक्त सदमा लग गया, जब उसने अपनी कार रिपेयरिंग का बिल देखा। अब कार मालिक ने अपनी आपबीती सोशल मीडिया पर बिल की फोटो के साथ पोस्ट की है, जो वायरल हो चुकी है। जिसने भी इस घटना को पढ़ा वो भी दंग रह गया। क्या है पूरा मामला, जानिए...
सोशल मीडिया पर छाई Volkswagen Polo
सोशल मीडिया पर इन दिनों वोक्सवैगन पोलो (Volkswagen Polo) कार जमकर सुर्खियों में है। हालांकि बेंगलुरु की भारी बारिश के बीच हजारों वाहन पानी में डूब रहे थे, लेकिन सोशल मीडिया पर सिर्फ इकलौती कार Polo की खूब चर्चाएं हो रही है। उसकी वजह भी बेहद चौंकाने वाली है। हाल ही में कार के मालिक ने उसे पानी में डूबने के बाद रिपेयरिंग के लिए सेंटर भेजा था, लेकिन जब उसका बिल देखा तो कार ऑनर के के पैरों के नीचे से जमीन खिसक गई।
11 लाख की कार का बनाया 22 लाख का बिल
दरअसल, बेंगलुरु के शख्स अनिरुद्ध गणेश को उनकी कार की रिपेयरिंग का खर्चा 22 लाख रुपए बताया गया, जबकि कार की कीमत 11 लाख रुपए थी। ऐसे में कार की रिपेयरिंग का बिल उसकी कीमत से दो गुना पाकर शख्स का माथा चकरा गया, जिसके बाद उन्होंने अपनी पीड़ा लोगों को बताने के लिए लिंक्डइन का सहारा लिया। Amazon के प्रोडक्ट मैनेजर अनिरुद्ध गणेश ने बताया कि उन्होंने अपनी हैचबैक को पानी में डूबने के बाद ऐप्पल ऑटो नाम कीवोक्सवैगन डीलरशिप को कार भेजी थी। अपनी पोस्ट में अनिरुद्ध गणेश ने कार से जुड़ी पूरी जानकारी साझा की।
कार मालिक का पोस्ट सोशल मीडिया पर वायरल
कार मालिक गणेश ने अपने पोस्ट में लिखा, "मुझे रात 11 बजे अपनी कार को कमर तक गहरे पानी में एक टोइंग ट्रक पर धकेलना पड़ा। मदद करने वाला कोई नहीं, लेकिन हम मीडिल क्लास के लोग किसी भी तरह से कर लेते हैं।" उन्होंने आगे बताया कि 20 दिनों के बाद वोक्सवैगन ऐप्पल ऑटो व्हाइटफील्ड एक कार के लिए 22 लाख रुपये का इस्टीमेंट देता है, जिसकी कीमत 11 लाख रुपये है। बीमा कंपनी (Acko) का कहना है कि कार को टोटल लॉस के रूप में दिखाया जाएगा और वे कार को कलेक्ट करेंगे।
दस्तावेज तैयार करने के एवज में मांगे 44,840 रुपए
इससे भी बदतर उन्होंने आरोप लगाया कि सर्विस सेंटर ने उनकी क्षतिग्रस्त कार के लिए दस्तावेज जारी करने के लिए अन्य 44,840 रुपए के अनुमान शुल्क की मांग की, जबकि मानक उद्योग दर 5,000 रुपये थी। और इतना ही नहीं मैं बिना इसके भुगतान किए कार को बाहर नहीं ले जा सकता। अब उनकी कार की मार्केट वेल्यू महज 6 लाख रुपए रह गई है। सोशल मीडिया पर उनकी स्टोरी ने आग की तरह फैल चुकी है।
क्लिक कर पढ़िए अनिरुद्ध गणेश का पोस्ट जो इंटरनेट पर धड़ल्ले से वायरल हो चुका है।
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