बिहार:'अंधविश्वास की इंतहा', मृत बच्चे के ज़िंदा लौट आने की उम्मीद, केले की थान पर नदी में छोड़ा शव
ग्रामीणों ने बताया कि बच्चा विद्यालय से पढ़कर घर आया था, इसी दौरान वह चौकी पर स्कूल बैग रखने गया तो उसे सांप ने डस लिया। परिवार वालों इलाज के लिए मुजफ़्फरपुर ले गए। जहां डॉक्टर्स ने जांच बाद बच्चे को मृत घोषित कर दिया।
वैशाली, 1 सितंबर 2022। आज विज्ञान के क्षेत्र में पूरा विश्व नई-नई तकनीक से आगे बढ़ रहा है। वहीं बिहार के एक ज़िले में आज भी लोग अंधविश्वास में ज़िंदगी बसर कर रहे हैं। बिहार के विभिन्न ज़िलों में शिक्षा की कमी है जिसकी वजह से लोग अंधविश्वास और कुरीतियों में जीने पर मजबूर हैं। ताजा मामला वैशाली जिले के बिददुपुर थाना क्षेत्र का है। जहां मृत बच्चे को तांत्रिक विधि के ज़रिए ज़िंदा करने का प्रयोग किया गया है। वहीं मृत बच्चे के परिजनों को उम्मीद है कि पुरानी तांत्रिक विधि के ज़रिए उनका बच्चा फिर से जिवित हो जाएगा।
डॉक्टरों ने बच्चे को किया मृत घोषित
ग्रामीणों ने बताया कि बच्चा विद्यालय से पढ़कर घर आया था, इसी दौरान वह चौकी पर स्कूल बैग रखने गया तो उसे सांप ने डस लिया। परिवार वालों इलाज के लिए मुजफ़्फरपुर ले गए। जहां डॉक्टर्स ने जांच बाद बच्चे को मृत घोषित कर दिया। डॉक्टरों ने बच्चे को मृत तो घोषित कर दिया लेकिन बच्चे के घर वाले तांत्रिक पर भरोसा कर रहे हैं कि वह उनके बच्चे को जिंदा कर देगा। मीडिया कर्मियों को जब मामले की जानकारी हुई तो ग्रामीणों ने तथ्यों को छिपाने की कोशिश की। वहीं स्थानीय पंडित की मानें तो तांत्रिक विद्या से बच्चे के जीवित लौटने की उम्मीद है, लेकिन दावा नहीं किया जा सकता है।
मृत बच्चे की जीवित लौट आने की उम्मीद
स्थानीय पंडित ने बताया कि पुरानी प्रक्रिया के तहत बच्चे के शव को केले के पेड़ का बेड़ा (नाव नुमा चौकी) पर प्रवाह कर दिया है। इस प्रक्रिया से बच्चे के जीवित लौट आने की उम्मीद है लेकिन दावा नहीं किया जा सकता है। बच्चे के जीवित होकर लौट आने की उम्मीद में केले के बेड़े पर एक तख्ती भी लगाई गई। उस तख्ती में बच्चे का नाम, पिता का नाम, दादा का नाम, घर का पता और मोबाइल नंबर लिख कर रख दिया गया।
9 साल के बच्चे की सांप के डसने से मौत
शव को तख्ती के साथ बेड़े पर रख कर नदी में छोड़ दिया गया। वहीं परिजनों का कहना है कि बच्चा ज़िंदा होकर तख्ती में लिखे पते से घर वापस आ जाएगा। बिददुपुर थाना क्षेत्र के काईली चौक खरिका में सांप के डसने से बच्चे की मौत हो गई थी। राजू पासवान ( काइली चौक खरिका निवासी) के 9 साल के बेटे अभिशेक कुमार को सांप ने डस लिया था। सांप के डसने की वजह से बच्चे की मौत हो गई थी।
तांत्रिक विद्या पर परिजनों को भरोसा
तीसरी कक्षा का छात्र अभिशेक स्कूल से पढ़कर लौटा था। घर लौटने के बाद जैसे ही चौकी पर स्कूल बैग रखने गया उसे सांप ने डस लिया। बच्चे के परिजनों का तांत्रिक पर ज़्यादा भरोसा था इसलिए उन्होंने स्थानीय तांत्रिक को बुलाया और तंत्र क्रिया के जरिए बच्चे को ठीक करने को कहा। जब बच्चा तंत्र-मंत्र से ठीक नहीं हुआ तो उसे मुजफरपुर के एक अस्पताल में ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया गया। जिसके बाद बच्चे के परिजनों ने अंधविश्वास की इंतहा ही कर दी।
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