डॉक्टर ने बताया 77 साल के बुजुर्ग के पेट में है गर्भाशय, सुनकर चौंक गए सब
पटना। गर्भाशय केवल महिलाओं में ही होता है लेकिन बिहार के एक अस्पताल में पेट दर्द की शिकायत पर आए एक बुजुर्ग को डॉक्टरों ने पेट में गर्भाशय होने की बात बता दी। मामला बिहार के इंदिरा गांधी इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस का है जहां पेट दर्द की शिकायत के बाद डॉक्टरों ने बुजुर्ग के पेट की जांच कर गर्भाशय होने की रिपोर्ट थमा दी। रिपोर्ट में लिखा था कि साइज और शेप में यूट्रस नॉर्मल साइज का है। डॉक्टर द्वारा दी गई रिपोर्ट में ये लिखा था- Uterus is Normal in Size, Shape & Signal Intensity. No Focal Altered Signal Intensity lesions are seen.
इंदिरा गांधी इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस का मामला
मिली जानकारी के अनुसार मामला बिहार के समस्तीपुर जिले का है जहां पेशे से आयुर्वेद के डॉक्टर 77 वर्षीय बुजुर्ग शशि भूषण अस्पताल पहुंचे थे। पिछले कुछ दिनों से उनकी तबीयत खराब थी। तबीयत खराब होने के कारण वे जब इलाज कराने के लिए इंदिरा गांधी इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस पहुंचे तो वहां के डॉक्टरों ने उन्हें देखा और जांच कराने के लिए लिख दिया। जांच के बाद जब शशि भूषण को एमआरआई रिपोर्ट दी गई तो उसे देखकर सभी हैरान रह गए क्योंकि उसमें लिखा था कि उस बुजुर्ग का गर्भाशय नॉर्मल है।
गलत बना दी एमआरआई रिपोर्ट
बिहार के सबसे चर्चित हॉस्पिटल आई एम एस के डॉक्टर से लेकर अन्य लोगों तक इस रिपोर्ट को देखा लेकिन किसी ने भी को लेकर आपत्ति नहीं जताई और रिपोर्ट के आधार पर शशि भूषण को 52 हजार रुपए के 3 महंगे इंजेक्शन लाने को कहा गया। वहीं मरीज डॉक्टर शशि भूषण से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि हम प्रोस्टेट की जांच के लिए गए थे लेकिन गर्भाशय की रिपोर्ट आ गई। जब उस रिपोर्ट को हमने अपने अन्य साथी डॉक्टरों को दिखाया तो उन्होंने रिपोर्ट को गलत बताया।
ऑनलाइन जांच में गड़बड़ी हुई
जब इस मामले में अस्पताल के डिप्टी डायरेक्टर एसके शाही बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कि बुजुर्ग को किसी महिला मरीज की एमआरआई रिपोर्ट दे दी गई है। जांच की जिम्मा एक जांच एजेंसी के को दिया गया है जिसके माध्यम से ऑनलाइन जांच में गड़बड़ी हुई है। मामले की जांच कर दोषी के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी।
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