बिहार से पलायन रोकने के लिए नीतीश सरकार की एक और पहल, प्रदेश में ही युवाओं को मिलेगा रोज़गार
उद्योग मंत्री शाहनवाज हुसैन ने कहा कि नीतीश कुमार के शासन काल के दौरान बिहार में फूड प्रोसेसिंग कंपनी के लिए बहुत काम हुआ है।
पटना, 8 जून 2022। बिहार में रोज़गार के अवसर पैदा करने के लिए नीतीश सरकार ने उद्योग को बढ़ावा देने की क़वायद तेज़ कर दी है। इसी कड़ी में हाल ही में उत्तर भारत का सबसे बड़ा पेप्सी बॉटलिंग प्लांट बिहार में लगाया गया। पेप्सी बॉटलिंग प्लांट के बाद इथेनॉल फ़ैक्टी की स्थापना की गई और अज पूरे देश के लिए सबसे बड़ा टेक्सटाइल और लेदर पॉलिसी का उद्घाटन किया गया। इस अवसर पर नीतीश कुमार ने कहा कि उद्योग विभाग में शाहनवाज हुसैन की वजह से तेजी से काम हो रहा है। बिहार के लोग दूसरे प्रदेशों में जाकर काम करते हैं। इसलिए युवाओं के लिए अब बिहार में ही रोजगार की व्यवस्था की जा रही है।
बिहार में बढ़ रहे रोज़गार के अवसर
नीतीश कुमार ने कहा कि राज्य सरकार ने अब तक 596 करोड़ का फ़ायदा प्रदेश के लोगों को दे चुकी हैं। 10 लाख रुपये तक की राशि अल्पसंख्यक समुदाय को उद्योग लगाने के लिए राज्य सरकार दे रही है। बिहार में एथनॉल का उत्पादन तेजी से किया जा रहा है, अभी तक 17 प्लांट लगाया जा चुका है। इसलिए बिहार से बाहर गए युवा अब रोजगार के लिए अपने प्रदेश लौट रहे हैं। वहीं बिहार में निवेशकों को भी काफ़ी मदद दी जा रही है। उन्हें बिजली 2 रुपए यूनिट दिया जा रहा है। इसके साथ ही कर्मचारियों को अनुदान के तौर 5 हजार रुपए पांच सालों तक दिया जाएगा। नीतीश कुमार ने यह भी घोषणा किया बिहार में उत्पाद बनाने और उसे पैटेंट कराने पर राज्य सरकार 50 फीसद रजिस्ट्रेशन खर्च अनुदान के तौर पर देगी।
कोशल विकास के प्रशिक्षण के लिए 20 हज़ार करोड़
उद्योग मंत्री शाहनवाज हुसैन ने कहा कि नीतीश कुमार के शासन काल के दौरान बिहार में फूड प्रोसेसिंग कंपनी के लिए बहुत काम हुआ है। दूसरे राज्यों के मुक़ाबले एथेनॉल के क्षेत्र में बिहार काफी आगे है। नीतीश कुमार के शासन के दौरान यह मुमकिन हो पाया है। कई इथेनॉल के प्लांट आरा और गोपालगंज में बन कर तैयार है। जिसकी वजह से हज़ारों लोग को रोज़गार मिला है। वहीं उन्होंने कहा कि टेक्सटाइल पॉलिसी जो हमने बनाई है वो देश की सबसे अच्छी पॉलिसी है। इस पॉलिसी के तहत अनुदान के तौर पर 10 करोड़ रुपय तक देने का प्रावधान है। इसके साथ ही कौशल विकास के लिए 20 हज़ार करोड़ रुपये दे रहे हैं, सभी लोगों को प्रशिक्षण दिलाया जा सके।
'उद्योगपतियों को निमंत्रण देकर बुलाया जा रहा है'
शाहनवाज हुसैन ने कहा कि बिहार में आईटीसी और हिंदुस्तान यूनिलीवर जैसी कई कंपनियां निवेश करने के लिए तैयार हैं। बिहार में पहले उद्योग विभाग की खाली जमीन दूसरे विभाग को किराये पर दिया जाता था लेकिन अब उद्योग विभाग अपनी ज़मीन का खुद इस्तेमाल करता है। पहले बिहार में गोडाउन के लिए ज़मीनें ली जाती थीं लेकिन अब बिहार इंडस्ट्रियल हब बनने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। बिहार संसाधनों की कमी से जो उद्योगपति बिहार से बाहर चले गए अब उन्हें आमंत्रण देकर वापस बुलाया जा रहा है।
प्लांट लगाने के लिए 50 फीसद तक मिलेगी अनुदान राशि
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा बिहार में उद्योग लगाने वालों के लिए सरकार ने अलग से योजना बनाई है। एससी/एसटी जाति, महिलाओं और युवाओं के लिए भी उद्योग के लिए अलग से पॉलिसी बनाई। सरकार की तरफ से 5 लाख तक का ऋण भी इन लोगों को दिया जाता है। सीएम ने कहा कि उद्योग मंत्री शाहनवाज हुसैन बिहार में देश के अलग-अलग कोने से उद्योग ला रहे हैं। बिहार में जो भी योजना के तहत अपना प्लांट लगाएंगे सरकार उन्हें 50 फीसद तक अनुदान राशि भी देगी।
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