उत्तराखंड में हुई भारी बारिश के चलते मारे गए 10 मजदूरों के परिवार को नीतीश सरकार देगी 2 लाख रुपये का मुआवजा
पटना। बीते दिनों उत्तराखंड के कई इलाकों में भारी बारिश और भूस्खलन के चलते बिहार के करीब 10 लोगों की मौत हो गई है। वहीं प्रदेश की नीतीश सरकार ने पीड़ित परिवारों को मुआवजा देने का ऐलान किया है। सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि उत्तराखंड में बारिश से पश्चिमी चंपारण के 10 लोगों की मौत हो गई है। रेजिडेंट कमिश्नर राज्य सरकार के संपर्क में हैं। मृतकों के परिवारों को दो-दो लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी।
वहीं कोरोना के टीकाकरण को लेकर भी सीएम नीतीश कुमार ने बयान दिया है। उन्होंने कहा कि राज्य में लगभग 6.5 करोड़ लोगों को टीका लगाया गया है। ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को टीकाकरण के लिए प्रोत्साहित करने के लिए अभियान चलाया जा रहा है।
बता दें कि उत्तराखंड के नैनीताल के रामगढ़ में हुए भूस्खलन के चलते मलबे के नीचे दबे नौ में से 5 मजदूरों की शिनाख्त हो गई है। ये सभी मृतक बिहार के रहने वाले हैं। एनडीआरएफ ने तल्ला रामगढ़ के झुतिया गांव में घर के भीतर मलबे में दबे इन मजदूरों के शव गुरुवार की शाम को पांच बजे बरामद किये गए थे। वहीं चार मजदूरों की खोजबीन अभी जारी है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक जिन पांच मजदूरों के शव मिले हैं। उनकी पहचान 20 वर्षीय संदीप चौधरी निवासी मिईटोला गांव, 40 वर्षीय दौड़ा यादव सुरजघर गांव बेतिया जिला, 35 वर्षीय धामू मुखिया सतवरिया गांव बेतिया जिला, शर्मा चौधरी श्रीशमावाजार गांव बेतिया जिला और 19 वर्षीय अजय मुख्या के रूप में हुई है। पांचों मृतक बेतिया जिले के रहने वाले थे।
नैनीताल के रामगढ़ में हुए भूस्खलन में बिहार के 9 मजदूर दबे, पांच के शव मिले बाकी की तलाश जारी
यह सभी एक स्थानीय लोक निर्माण विभाग ठेकेदार जगदीश पांडे के लिए काम करते थे। एनडीआरएफ को घर के भीतर से शवों को निकालने का काम सौंपा गया है। रामगढ़ चौकी के प्रभारी मनोज कुमार ने बताया कि अब तक पांच शव निकाले जा चुके हैं। बाकी के चार लोगों की तलाश में एनडीआरएफ की टीम जुटी हुई है