Bihar News Update: 100 अंक के विषय में मिले 151 अंक, लोगों ने कहा ये बिहार में ही मुमकिन है
एलएनएमयू ने 100 नंबर की परीक्षा में 151 अंक एक विषय में दे दिया जिसके बाद से ही विश्विद्यालय की कार्यशैली पर सवाल उठ रहे हैं।
पटना, 1 अगस्त 2022। बिहार में शिक्षा व्यवस्था सवालों के घेर में तो अकसर ही बनी रहती है। वहं ललित नारायण मिथिला यूनिवर्सिटि दरभंगा भी किसी न किसी वजह सुर्खियों में बना रहता है। ताज़ा मामला 100 नंबर के विषय में 151 अंक देने का है। इसके बाद से ही यह ख़बर सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है। इस मामले में लोगों का कहना है कि बिहार में शिक्षा व्यवस्था पूरी तरह चौपट हो चुकी है। प्रदेश के कई जिलों में तो एक कमरे मे ही स्कूल संचालित किया जा रहा है तो कहीं झोपड़ी में बच्चे पढ़ रहे है। इन सबके अलावा कीं तो पत्नी प्रधानाचार्य है लेकिन पती हेडमास्टर बना बैठा है। बिहार में कुछ भी मुमकिन हो सकता है, यह तो सिर्फ़ अंक ही बढ़ाया गया है।
100 नंबर की परीक्षा में मिला 151 अंक
एलएनएमयू ने 100 नंबर की परीक्षा में 151 अंक एक विषय में दे दिया जिसके बाद से ही विश्विद्यालय की कार्यशैली पर सवाल उठ रहे हैं। मिली जानकारी के मुताबिक एमआरजेडी कॉलेज के छात्र अनमोल कुमार का मिथिला यूनिवर्सिटी ने 30 जून को रिजल्ट प्रकाशित किया गया था। वही स्नातक कला संकाय का तृतीय वर्ष का छात्र है। ग़ौरतलब है कि अनमोल कुमार को पॉलिटिकल साइंस ऑनर्स के चौथ पेपर में 151 अंक दिए गए, जबकी विषय 100 अंक का ही था। अनमोल के रिजल्ट में कुल 420 नंबर अंकित है, फिर भी विश्वविद्यालय ने उसे फेल घोषित कर दिया गया। इन सब मामले में स्थानीय लोग विश्वविद्यालय प्रशासन के रवैय्ये से नाराज़ चल रहे हैं।
रिज़्लट देख कर हैरान रह गया छात्र
विश्वविंद्यालय में छात्र अनमोल कुमार का रजिस्ट्रेशन नंबर19112025208 दर्ज है। इसके साथ ही रोल नंबर 201121025425 है। अनमोल कुमार ने जब विश्विद्यालय की आधिकारिक साइट पर परीक्षा परिणाम देखा तो वह हैरान रह गया। आनन-फानन में एमआरजेडी इंटर कॉलेज के प्राचार्य के पास छात्र अपनी शिकायत लेकर पहुंचा। जिसके बाद विश्वविद्यालय में शिकायत की गई। छात्र के शिकायत के बाद विश्वविद्यालय ने अपने आधिकारिक साइट से छात्र अनमोल कुमार का रिज़ल्ट ही हटा लिया।
बिहार में में बदहाल शिक्षा व्यवस्था
बिहार में शिक्षा व्यवस्था राम भरोसे है, इसका एक और उदाहरण कटिहार जिले के आजमनगर प्रखंड के सरकारी स्कूल के हेडमास्टर का मामला भी है। हालांकि उक्त मामले में दोषी प्रधानाचार्य के खिलाफ़ कार्रवाई कर दी गई है। कटिहार जिले के उत्क्रमित मध्य विद्यालय सिहपुर में पत्नी की जगह पति कुर्सी संभाल रहे थे। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद मामला सुर्खियों में आया था। संबंधित मामला में स्कूल की प्रधानाध्यापिका को तुरंत प्रभाव से सस्पेंड कर दिया गया है। मीडिया के खबरों पर संज्ञान लेते हुए डीपीओ और डीईओ ने कार्रवाई की है।
डीपीओ ने की दोषी पर कार्रवाई
डीपीओ ने बिहार सरकारी सेवा आचार नियमावली के उल्लंघन का दोषी पाते हुए प्रधानाध्यापिका मीना खातून के निंलबन का आदेश जारी किया है। आपको बता दें कि विद्यालय की प्रधानाध्यापिका के ग़ैरहाजिर रहने के क्रम में उनके पति द्वारा विद्यालय संचालन का मामला सामने आया था। मामले की पुष्टि के लिए मीडिया कर्मी स्कूल पहुंचे तो वहां प्रधानाध्यापिका मौजूद नहीं थी। दफ़्तर में उनके पति स्कूल का संचालन करते हुए दिखे। ग्रामीणों की शिकायत के बाद बीईओ ने भी प्रधानाध्यापिका से जवाब तलब ककिया था। इसी मामले में दोषी पाए जाने पर डीपीओ ने संज्ञान लेते हुए कार्रवाई की है।
पति कर रहा था स्कूल का संचालन
कटिहार जिले के आजमनगर प्रखंड का यह पूरा मामला बताया जा रहा है। खुड़ियाल पंचायत के उत्क्रमित मध्य विद्यालय शिहपुर की प्रधानाध्यापिका मीना खातून हैं। मीना खातून स्कूल से नदारद रहती हैं और उनके पति मोहम्मद मिस्टर ज्यादातर विद्यालय का संचालन करते हैं। मोहम्मद मिस्टर स्कूल के दफ़्तर, रजिस्टर और मिड डे मील से लेकर सभी कार्यों को खुद ही संभालते हैं। ग़ौरतलब है कि सरकारी वेतन पत्नी उठा रही है और हेडमास्टर की कुर्सी पति संभाल रहे हैं। खुड़ियाल पंचायत के लोगों का कहना है कि प्रधानाध्यापिका मीना खातून स्कूल बहुत ही कम आती हैं। उनके पति मिस्टर ही स्कूल के सारे कामों को देखते हैं। स्कूल में भोजन और पढ़ाई की गुणवत्ता पर ध्यान देने वाला कोई नहीं है।
मीडिया के सवालों में घिरा आरोपी
मीडिया को जब इस मामले की जानकारी मिली तो वह स्कूल पहुंचे तो वहां पाया कि प्रधानाध्यापिका मीना खातून मीना खातून गैर हाज़िर हैं। वहीं उनके के पति से पूछा की स्कूल की हेड मास्टर कहां है तो वह बातों को घुमाने लगे। जब उनसे लगातार सवाल किया गया तो उन्होंने कहा की वह स्कूल नहीं आएंगी। आप जो छापना चाहते हैं छाप दीजिए। आपको बता दें कि बिहार के उप मुख्यमंत्री तार किशोर प्रसाद ने मामले में संज्ञान लेते हुए कहा था कि जांच की जा रही है, दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
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