भोपाल व जबलपुर में लगेगी म्यूकोरमाइक्रोसिस यूनिट, ब्लैक फंगल इंफेक्शन से निपटेंगे
भोपाल, 12 मई। कोरोना संक्रमण के बीच ब्लैक फंगल इंफेक्शन से निपटने के लिए भोपाल के हमीदिया अस्पताल और जबलपुर मेडिकल कॉलेज में 10 बिस्तर का म्यूकोरमाइक्रोसिस यूनिट और ऑपरेशन थिएटर स्थापित किया जाएगा। यह देश का पहला म्यूकोरमाईकोसिस यूनिट होगा। इसके लिए सरकार अमेरिका के डॉक्टरों की मदद लेगी। यह जानकारी चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्ववास सारंग ने अमेरिका के डॉक्टरों से बात करने के बाद दी।
अमरीकी डॉक्टर से ली जा रही मदद
ब्लैक फंगस इंफेक्शन के बढ़ते प्रभाव को लेकर आज विश्वास कैलाश सारंग के साथ हमीदिया के डॉक्टर्स और अधिकारियों ने अमेरिका में इस बीमारी का बड़े स्तर पर इलाज कर रहे डॉक्टर मनोज जैन से चर्चा की है। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से हुई बैठक में डॉ. मनोज जैन द्वारा प्रेजेंटेशन के माध्यम से म्यूकोर बीमारी के कारण, फैलाव के आधार, प्राथमिक लक्षण की पहचान, इलाज और उपचार के मापदंड आदि पर हुआ मंथन ।
भोपल और जबलपुर में तैयार होगी 10-10 बिस्तर की यूनिट
सारंग ने बताया कि कोरोना संक्रमित और कोरोना से ठीक हुए मरीजों में ब्लैक फंगस (म्युकोरमाइकोसिस) के मामले बढ़े है। यह इंफेक्शन पूरे देश में तेजी से फैल रहा है। उन्होंने कहा कि इसको लेकर प्रदेश सरकार अलर्ट मोड़ पर आ गई है। इसके रोकथाम और उपचार के लिए पहले फेस में भोपाल के गांधी मेडिकल कॉलेज और जबलपुर मेडिकल कॉलेज में 10-10 बिस्तर की यूनिट तैयार की जाएगी। यह देश का पहले म्यूकोरमाइक्रोसिस यूनिट होगा। इस बीमारी में मुख्य रूप से चार विंग ENT, नेत्रों रोग विभाग, न्यूरोलॉजी और मेडिसिन इन्वॉल्व होती है। इन चारों विभाग को मिला कर भोपाल और जबलपुर में यूनिट शुरू की जाएगी।
अलग ऑपरेशन थियेटर की व्यवस्था
इस बीमारी में सर्जरी की जरूरत होती है। जो मरीज कोरोना से ठीक हो चुके है उनके लिए अलग से ऑपरेशन थियेटर की व्यवस्था की गई है, और जो कोरोना से संक्रमित होने के दौरान ब्लैक फंगस इंफेक्शन के शिकार हुए है उनके लिए भी अलग से ऑपरेशन थियेटर की व्यवस्था की गई है। सरकार इस बीमारी को लेकर पूरी मुस्तैदी के साथ जुटी हुई है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि, यदि किसी को भी इस बीमारी के लक्षण दिखाए दें तो वें तुरंत डॉक्टर से सलाह लें।
मध्य
प्रदेश
में
लॉकडाउन
के
उल्लंघन
पर
हार्ट
के
मरीज
युवक
की
छतरपुर
पुलिस
ने
की
पिटाई
कोरोना संक्रमित मरीजों के फेफड़ों का इंफेक्शन कंट्रोल करने के लिए हाईडोज स्टेरॉयड का इस्तेमाल किया जा रहा है। लेकिन इसके इस्तेमाल से ब्लैक फंगस इन्फेक्शन के मामले शहर में बढ़ रहें। इस इंफेक्शन का सबसे अधिक खातर डायबिटीज के मरीजों को है, जो कोरोना वायरस के शिकार हो गए है। कोरोना से रिकवरी के समय और बाद भी इंफेक्शन के मामले सामने आ रहें है।