शिक्षकों के 62 हजार पदों पर भर्ती की मांग को लेकर भोपाल में प्रदर्शनकारियों का हल्ला बोल
भोपाल में शिक्षक पात्रता उत्तीर्ण अभ्यार्थी पदों में बढ़ोतरी की मांग को लेकर प्रदर्शनकारी मंगलवार को धरने पर बैठ गए।
भोपाल, 6 सितंबर। राजधानी के नीलम पार्क में शिक्षक पात्रता उत्तीर्ण अभ्यार्थी पदों में बढ़ोतरी की मांग को लेकर प्रदर्शनकारी मंगलवार को धरने पर बैठ गए। प्रदर्शनकारियों ने कहना है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 62 हजार पदों पर शिक्षकों की भर्ती करने का आश्वासन दिया था, लेकिन 18 हजार पदों पर ही भर्ती हुई। जिससे वह नाखुश है। इस प्रदर्शन में अपनी मां के साथ एक 3 साल का मासूम बच्चा भी नजर आया। प्रदर्शन में ज्यादातर लोगों की नजर इसी बच्चे पर थी। बच्चे की मां ने बताया कि वे स्कूल से सीधे उनके के साथ नीलम पार्क में आ गया था।
प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व कर रहे हैं रंजीत कौर ने जानकारी देते हुए बताया कि यह धरना 1 दिन का सांकेतिक प्रदर्शन था। अगर फिर भी मांगे नहीं मानी गई तो 2 अक्टूबर से प्रदेश भर में महा आंदोलन किया जाएगा। सरकार हमारे धैर्य की परीक्षा ना ले। एक और प्रदर्शनकारी रक्षा जैन ने बताया कि स्थाई शिक्षक भर्ती पिछले 4 सालों से लंबित है सरकार को द्वितीय काउंसलिंग कराते हुए शिक्षक भर्ती जल्द से जल्द फोन करवाना चाहिए। इससे पहले भी कई बार पात्र अभ्यर्थियों द्वारा समय-समय पर धरना प्रदर्शन किया जा चुका है बीते 3 दिनों से भोपाल में प्रदर्शन कर रहे है। प्रशासन में जानबूझकर देरी से प्रदूषण करने की अनुमति दी ताकि प्रदर्शन कमजोर हो जाए हमारे कुछ साथी अभी लौट गए हैं लेकिन जल्द वापसी करेंगे। उन्होंने बताया कि गांधी जयंती पर प्रदेश भर में ऐतिहासिक आंदोलन किया जाएगा। जिसकी जिम्मेदार प्रदेश सरकार होगी।
प्रदर्शनकारी रंजीत कौर ने सरकार पर गंभीर आरोप लगाया उन्होंने कहा कि पिछले साल 24 हजार 200 और इस साल 13000 शिक्षकों की भर्ती के लिए बजट पारित हो चुका है लेकिन अब तक नाम मात्र की नियुक्ति हुई है, जबकि 2018 में स्वयं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 50% महिला आरक्षण के साथ 62 हजार स्थाई शिक्षक भर्ती की घोषणा की थी। इसके अलावा स्कूल शिक्षा और जनजाति विभाग द्वारा एक साथ शिक्षक भर्ती की जा रही है। दोनों विभागों की चयन सूची में कई अभ्यर्थियों के नामों की पुनरावृति भी देखने को मिल रही है। इसमें सुधार की मांग की गई। जिससे अन्य अभ्यर्थियों को शिक्षक बनने का मौका मिले।