ब्लैक फंगस अब हरियाणा में नोटिफाइड डिजीज घोषित, CMO को हर केस की जानकारी देना जरूरी
अंबाला। कोरोना मरीजों में ब्लैक फंगस के मामले सामने आने पर हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने अहम फैसला लिया है। स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने आज कहा कि, ब्लैक फंगस को हरियाणा में अब अधिसूचित रोग (नोटिफाइड डिजीज) घोषित किया गया है। अब डॉक्टर ब्लैक फंगस के किसी भी मामले पर जिले के सीएमओ को रिपोर्ट करेंगे।

अनिल विज ने कहा, "जल्द ही पीजीआई रोहतक के सीनियर डॉक्टर इस बारे में वीडियो कांफ्रेंस करेंगे और ब्लैक फंगस के इलाज को लेकर विचार-विमर्श करेंगे।"
गौरतलब है कि, कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच ब्लैक फंगस के मामलों में बढ़ोतरी हो रही है। पिछले साल इस तरह के मामले दिल्ली के एक हॉस्पिटल में सामने आए थे। उसके बाद गुजरात के भी कुछ हॉस्पिटलों में मरीजों को ब्लैक फंगस हुआ। अब इस समस्या से कई राज्यों में सरकार की परेशानी बढ़ने लगी है।

हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री का कहना है कि, पीजीआई रोहतक के डॉक्टर कोरोना से निपटने वाले सभी डॉक्टरों के साथ ब्लैक फंगस के इलाज के बारे में चर्चा करेंगे। इस समस्या को हल्के में नहीं लिया जाएगा। दरअसल, इस तरह के रोग से मरीजों की आंख को बहुत नुकसान हो रहा है।
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पीजीआई रोहतक में मिले ऐसे मरीज
ब्लैक फंगस के शिकार मरीज पीजीआई रोहतक में अब तक काफी मिल चुके हैं। यहां करीब 20 मामले सामने आ चुके हैं। इससे कुछ लोगों की तो आंख चली गई, तो किसी के कान खराब हो गए। वहीं, दो लोग जान गंवा चुके हैं। करनाल मेडिकल कॉलेज में भी 2 मामले सामने आए हैं।