agra में 'लिविंग स्टैच्यू' बन रहा है सैलानियों की पहली पसंद, 'गोल्डन बॉय' के नाम से हैं मशहूर इस्माइल
लिविंग स्टैच्यू का विचार उतना ही रचनात्मक है जितना कि मूर्ति' बनाने का विचार। आपने दुनिया भर में कई लिविंग स्टैच्यू को वीडियोस में या इंटरनेट पर देखा होगा, लेकिन यह कला भारत में अभी इतनी प्रचलित नहीं है। वही 17 साल के इस्माइल खान आगरा में पुतले की तरह खड़े होने वाले चुनिंदा स्ट्रीट आर्टिस्टों में से एक हैं। आगरा के अलग-अलग जगहों पर जहां टूरिस्ट बड़ी संख्या में आते हैं, वहां पर कई घंटों तक एक ही पोजीशन में खड़े रह कर स्टेच्यू आर्ट परफॉर्म करते है। लोग इन्हें गोल्डन बॉय के नाम से भी जानते है।
3 घंटे पलक तक नहीं झपकती
हर दिन इस्माइल आगरा में ताजमहल सहित कई अन्य जगहों पर सैकड़ों पर्यटकों का मनोरंजन करते हैं। सिर से लेकर पैर तक गोल्डन रंग में रंगे इस्माइल ताज नगरी में आने वाले पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं। दरअसल, इस आर्ट की एक ख़ास बात होती है कि परफॉरमेंस के दौरान वह जरा भी नहीं हिलते, यहां तक की 3 घंटे तक उनकी पलक भी नहीं झपकती है। लोग उन्हें तरह-तरह से हसाने की कोशिश करते है और उनका ध्यान भटकाने की भी कोशिश करते हैं पर वह एक ही पोज में बिना हिले-डुले खड़े रहते हैं। साथ ही आने वाले पर्यटक उनके साथ सेल्फी लेकर ताजमहल के दीदार को और भी ज्यादा यादगार बना लेते हैं। मगर गोल्डन स्टैच्यू के पीछे रहने वाले इस्माइल की अपनी ज़िंदगी संघर्षों से भरी है।
मामा की शादी में खरीदा था यह सूट
इस्माइल खान असल में उत्तर प्रदेश के जनपद महराजगंज के रहने वाले हैं। पिछले 4 महीनो से आगरा में रोजी रोटी के चलते वह ये काम कर रहे हैं। उन्होंने यह कला गोरखपुर में रहने वाले अपने गुरु से सीखी है। इंटरनेट पर विदेशों में पॉपुलर लिविंग स्टैच्यू के वीडियोस देख कर उन्हें यह करने का आईडिया आया। फिर उन्होंने कड़ी मेहनत और प्रैक्टिस के बाद इस कला को अपने अंदर उतार लिया। गोल्डन बॉय ने बताया की उन्होंने यह सूट अपने मामा की शादी में खरीदा था। बाद में उसी सूट पर गोल्डन कलर पोतकर उन्होंने यह पोशाक बना ली।
संघर्षों से भरी इस्माइल की ज़िंदगी
वैसे
तो
दुनिया
भर
में
इस
आर्ट
को
खूब
सराहा
जाता
है
या
दुसरे
शब्दों
में
कहें
तो
विदेशो
में
यह
कला
उनकी
रोजी
रोटी
का
एक
बड़ा
जरिया
है।
लेकिन
भारत
में
यह
कला
इतनी
पॉपुलर
नहीं
हुई
है।
इसलिए
उनकी
कमाई
भी
अभी
कुछ
ख़ास
नहीं
होती
है।
बता
दें
कि
गोल्डन
बॉय
ने
बातचीत
में
बताया
कि
पढ़ने
लिखने
में
काफी
होसियार
थे
परन्तु
घर
की
आर्थिक
स्तिथि
के
चलते
उनकी
पढाई
छूट
गई
थी।
इस्माइल
12वीं
पास
हैं,
लेकिन
घर
की
जिम्मेदारियों
की
वजह
से
उन्हें
अपना
घर
छोड़कर
आगरा
का
रुख
करना
पड़ा।
इस्माइल
के
परिवार
में
7
सदस्य
हैं।
उनके
पिता
एक
स्कूल
में
परिचालक
हैं।
इस्माइल
घर
में
सबसे
बड़े
हैं,
इनके
इलावा
4
छोटे
भाई
बेहेन
हैं।
उन्होंने
बताया
कि
पिता
की
कमाई
घर
की
जरूरतों
को
पूरा
नहीं
कर
पाती
इसलिए
उन्हें
भी
पढाई
छोड़कर
उनका
हाथ
बटाना
पड़
रहा
है।
मगर
गोल्डन
बॉय
को
विश्वास
है
कि
लोग
उनके
साथ
जो
सेल्फी
लेते
हैं
वह
उसे
सोशल
मीडिया
पर
डालते
है
और
इसी
वजह
से
वह
भी
एक
दिन
फेमस
हो
जाएंगे।
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