1 अक्टूबर को मनमोहन-सोनिया पर दहाड़ेगी शेरनी
ममता बनर्जी ने अब विपक्षी दलों की नेता की भूमिका में पूरी तरह आ गई हैं। उन्होंने रिटेल मार्केट में एफडीआई और डीजल के दामों में वृद्धि के खिलाफ जंतर-मंतर पर एक अक्टूबर को धरना देने का ऐलान कर दिया है। उनके साथ तृणमूल कांग्रेस के तमाम नेता व कार्यकर्ता भी होंगे।
टीएमसी प्रमुख ने अपने फेसबुक पेज पर लिखा है, "1 अक्टूबर को ऑल इंडिया तृणमूल कांग्रेस के बैनर तले मैं और मेरे साथी दिल्ली के जंतर-मंतर पर प्रदर्शन करेंगे। हम अपने प्रदर्शन के दौरान वो सभी मुद्दे उठायेंगे जो आम जनता के खिलाफ हैं।"
अन्ना हजारे का मार्ग अपनाने वाली पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री प्रदर्शन के दौरान सरकार पर दबाव बनाने की कोशिश करेंगी, कि वो जनता-विरोधी फैसलों को तुरंत वापस ले। जिस प्रकार अन्ना ने फेसबुक के माध्यम से लोगों को जंतर-मंतर पहुंचने की अपील की थी, ममता ने भी कहा है, "मैं आपसे अपील करती हूं कि आप सभी लोकतांत्रिक प्रदर्शन पर 1 बजे जंतर-मंतर जरूर पहुंचें।"
वैसे हम आपको बता दें कि ममता के इस प्रदर्शन से सरकार को कोई प्रभाव नहीं पड़ने वाला, क्योंकि जिस जंतर-मंतर पर अन्ना और केजरीवाल समेत कई लोग भूखे बैठे रहे, तब सरकार हिली नहीं, तो एक प्रदर्शन से क्या होने वाला है। हां यह जरूर है कि जनता के बीच सरकार के प्रति नफरत की आग बढ़ जरूर जायेगी। आगे पढ़ें- ओबामा की तरह क्यों नहीं बनते मनमोहन?