भाजपा छोड़ वरूण गांधी होंगे कांग्रेस में शामिल!
हालांकि उनकी उपस्थिति अंतिम चरणों में थोड़ी दर्ज की गयी है क्योंकि अंतिम चरण का चुनाव पीलीभीत में है क्योंकि वरूण यहां से सांसद है। लेकिन पिछले कुछ दिनों से वरूण गांधी ने ऐसे बयान दिये हैं जिन्हें सुनकर लगता है कि सब कुछ पूरी तरह से सही नहीं है। कभी वो कहते हैं कि भाजपा में 55-60 लोग सीएम पद के दावेदार हैं तो कभी वो कहते हैं कि सपा ही इस चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी उभरेगी।
जिसके बाद पार्टी प्रवक्ता से पूछा गया कि वो एकदम से भड़क गये, उन्होंने कहा कि वो फलतू प्रश्नों का जवाब देना उचित नहीं समझते। हमें नहीं पता कि कोई नाराज चल रहा है या नहीं। इसी बीच खबर यह भी आ रही है कि भाजपा की उपेक्षा के शिकार वरूण इस कदर आहत है कि वो पार्टी छोड़कर अपने पापा की पार्टी में यानी कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं। जिसके बारे में कोई भाजपा नेता खुलकर बोल नहीं रहा है लेकिन इतना तो तय है कि वरूण गांधी की नाराजगी चरम सीमा पर है।
आपको बता दें कि पत्रकार जतिन गांधी और वीनू संधू ने 'राहुल' नामक पुस्तक में इसका खुलासा किया था कि जहां कांग्रेस राहुल गांधी के भरोसे चल रही है वहीं बीजेपी को वरूण पर भरोसा ही नहीं है क्योंकि आखिर हैं तो वो गांधी ही ना।
किताब में साफ -साफ लिखा था कि इसके पीछे उनके और उनके परिवार की पुरानी छवि है। हो सकता है कि यह सच्चाई भी हो क्योंकि लगातार तानों और आगे बढ़ने ना देने की वजह से आहत वरूण अब यह फैसला करने पर मजबूर हो, उन्हें लगता हो कि जब गांधी सरनेम की वजह से उनके ऊपर आरोप लग ही रहे हैं तो क्यों ना वो गांधी सरनेम को ही भूना लें और वहीं चले जायें जहां उनके पिता जी थे यानी कांग्रेस में।