कांग्रेस-तृणमूल के बीच ठनी, ममता ने लगाये संगीन आरोप
ममता ने मीडिया से कहा कि इंदिरा भवन मुद्दे पर कांग्रेस के कुछ लोग अभियान चला रहे हैं। वे सड़क मार्ग बाधित कर रहे है और मुझे रोज अपशब्द कह रहे हैं। लेकिन मैंने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह या सोनिया गांधी के खिलाफ एक शब्द भी नहीं कहा। ममता ने कहा कि यह एक अतिथि गृह था जिसमें दिवंगत मार्क्सवादी नेता ज्योति बसु करीब एक दशक तक रहे थे।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस के लोग अब गुस्सा दिखा रहे हैं लेकिन वे उस समय कहां थे जब इसे माकपा कार्यालय के रूप में उपयोग किया जा रहा था और ज्योति बसु इसमें ठहरे हुए थे। जब माकपा ने ज्योति बसु के निधन के बाद इमारत को लौटा दिया गया। तब छह सरकारी विभाग इसका उपयोग करना चाहते थे। लेकिन हमने कहा कि इसमें नजरूल अकादमी स्थापित की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि इस इमारत को कवि के संग्रहालय और भारत-बांग्लादेश मैत्री की बुनियाद के रूप में स्थापित करना चाहिए।
जबकि कांग्रेस का कहना है कि इसका स्मारक और संग्रहालय के रूप में विकास किया जाना चाहिए जो इंदिरा गांधी के जीवन को समर्पित हो। पश्चिम बंगाल प्रदेश कांग्रेस समिति के अध्यक्ष प्रदीप भट्टाचार्य ने उम्मीद जताई कि ममता बनर्जी सरकार इंदिरा भवन का नाम बदले जाने की पहल से पीछे हट जायेगी जिसे क्रांतिकारी कवि काजी नजरूल इस्लाम का नाम दिया जा रहा है।