संग्रहालय में रखा जाएगा पद्मनाभस्वामी मंदिर का खजाना!
पद्मनाभस्वामी मंदिर के कुछ 6 तहखानों में से 5 तहखाने खोले जा चुके हैं। इनमें से सोना, हीरे, जेवरात, मर्तियां और सिक्के मिले हैं। इनकी कीमत लगभग 1 लाख करोड़ आंकी गई है। हालांकि यह कीमत इससे ज्यादा भी होने का अनुमान है। इनमें से अभी 1 तहखाना खोला जाना बाकी है। इसमें कितना खजाना होगा इसके बारे में किसी को भी जानकारी नहीं है।
इस समय केरल के सभी मंदिरों का संचालन त्रावणकोर देवासवोम बोर्ड के पास है। आजादी के समय सरकार के साथ हुई संधि के तहत ऐसा हुआ था। पद्मनाभस्वामी मंदिर का संचालन राज परिवार के हाथों में है। यह मंदिर त्रावणकोर राजाओं के शासनकाल में 1772 में राजा मार्तण्ड वर्मा ने बनवाया था। इस शासन के नियमों के अनुसार मंदिर की संपत्ति पर केंद्र या राज्य सरकार का हक नहीं बनता है।
इस मंदिर में मिली संपत्ति में भगवान विष्णु की हीरे, पन्ने और रूबी जड़ी 3.5 फुट ऊंची मूर्ति मिली है। इसके अलावा 35 किलों की 18 फुट लंबी एक चेन भी बरामद हुई है। तहखाने में से 1 फुट लंबी एक और मूर्ति भी मिली है। केरल के मुख्यमंत्री ओमन चांडी पहले ही यह संपत्ति मंदिर के कब्जे में ही रखने की बात कह चुके हैं। उन्होंने कहा कि मंदिर से लोगों की धार्मिक मान्यताएं जुड़ी हुई हैं।